बक्सर -कपीन्द्र किशोर की रिपोर्ट-9/6/2022-जिलें में आमने सामने-जिले के राजपुर स्वास्थ्य केंद्र पर हुए बवाल को लेकर जिला परिषद सदस्य एवं चिकित्सक आमने-सामने आ गए हैं. पंचायती राज व्यवस्था के तहत ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं की जांच करने पहुंचे जिला परिषद सदस्य की टीम और ऑन ड्यूटी चिकित्सकों के बीच नोकझोंक के बाद एक तरफ जहां जनप्रतिनिधियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है वहीं, जनप्रतिनिधियों ने इस बाबत एक आपात बैठक कर ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को उपलब्ध कराए जाने के लिए अभियान आगे भी जारी रखने का फैसला किया. साथ ही साथ यह कहां की राजपुर में पहले चिकित्सक ने महिला जिला परिषद सदस्य के साथ दुर्व्यवहार किया था ऐसे में उनके विरुद्ध भी प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी.
दरअसल, ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के पूरी तरह बदहाल रहने पर जिला परिषद सदस्यों के द्वारा अभियान चलाकर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का कार्य किया जा रहा है. ऐसे में जिला परिषद अध्यक्ष ने प्रशासन को व्यवस्था सुधारने का अल्टीमेटम देते हुए एक आपात बैठक की और कहा कि जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्र और उप स्वास्थ्य केंद्र पर आगामी 24 घंटे में नियमित सेवा बहाल की जाए. जिला स्वास्थ समिति अगर ऐसा करने होती है तो जिला परिषद और पंचायत राज व्यवस्था का धावा दल स्वास्थ्य विभाग पर कार्रवाई के लिए सरकार के पास जाएगी.
जिला परिषद अध्यक्षा विद्या भारती ने कहा कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा. स्वास्थ्य सेवाओं को बहाल कराने के लिए जनप्रतिनिधि प्रतिबद्ध हैं और वह लगातार धावा दल बनाकर कार्य करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि आम जनता को गांव में ही स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध हो ऐसा विभाग सुनिश्चित करें. चिकित्सक योगदान स्थल के समीप अपना आवास लें और अस्पताल में नियमित सेवा दें. केसठ पंचायत के मुखिया अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि जनता की समस्याओं के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवाओं की देखरेख करना और उसकी निगरानी करना जिला परिषद सदस्यों का संवैधानिक अधिकार है. उसमें रोक-टोक बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिले इसके लिए लगातार प्रयास किया जाता रहेगा. जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष मुन्ना सिंह ने कहा कि रायपुर अस्पताल में रोगियों को स्वास्थ्य सेवा नहीं मिल रही थी इसी बात का विरोध किया गया. जिस पर जिला परिषद सदस्य पूजा देवी के साथ दुर्व्यवहार किया गया. चिकित्सकों का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है. नगर दक्षिणी पूर्वी के जिला परिषद सदस्य डॉ राजीव कुमार ने कहा कि जनप्रतिनिधियों क्या आम जनता भी स्वास्थ्य सेवाओं के अधिकार की जांच कर सकती है इसमें कहीं कुछ गलत नहीं है.