लोकसभा का टिकट कटने से नाराज पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के सब्र का बांध आखिर टूट ही गया और उन्होंने अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। अश्विनी चौबे ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि अध्यक्ष के पद पर पार्टी के मूल सदस्य का होना बहुत ही जरूरी है। चौबे ने यह भी कहा है कि बिहार में बीजेपी अपने दम पर चुनाव लड़े।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा है कि मेरी खुद की ईच्छा है और मैंने पार्टी को भी बताया है कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में बिहार में एनडीए की सरकार बननी चाहिए। बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ अकेले अपने दम पर आए और अपने सहयोगी दलों को भी आगे बढ़ाए। यह हमारी मंशा है और उसके लिए हर कार्यकर्ता को अभी से लग जाना होगा।
चौबे ने कहा है कि मुझे लगता है कि हम नीतीश कुमार को साथ लेकर चल रहे थे, चल रहे हैं और आगे भी उन्हें साथ लेकर ही चलेंगे। मुख्यमंत्री कौन होगा यह चुनाव के बाद देखा जाएगा, यह पार्टी और केंद्र तय करेगा। पहले या बाद में क्या होगा वह केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा।
अश्विनी चौबे ने बीजेपी प्रदेश अध्य सम्राट चौधरी का नाम लिए बिना कहा कि पार्टी में जो दूसरी जगह से आयातीत माल है वह हमें कभी भी बर्दाश्त नहीं है। श्यामा प्रसाद मुखर्जी, अटल, आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी ने जिस पौधे को सींचा है। हम उस सिद्धांत को छोड़ नहीं सकते हैं।
उन्होंने कहा कि अध्यक्ष के पद पर कभी भी चाहे वह जिला हो, राज्य हो, प्रदेश हो या केंद्र हो उस पद पर निश्चित रूप से संगठन के मूल का सदस्य होना चाहिए, ऐसा मेरा मानना है। जब अध्यक्ष मूल का होगा तभी हम देश को आगे बढ़ा सकते हैं और मैं शुरू से ही इसका पक्षधर रहा हूं।