आज से, नियमित यात्री रैपिडेक्स में सवार हो सकते हैं। यह सेवा सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक संचालित होगी, हर 15 मिनट में एक ट्रेन प्रस्थान करेगी।

दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर को लेकर एक बड़े अपडेट की घोषणा की गई है। साहिबाबाद और दुहाई के बीच कॉरिडोर का 17 किलोमीटर का हिस्सा 21 अक्टूबर से यात्रियों के लिए खुला रहेगा। इसका मतलब है कि आधिकारिक तौर पर खुलने के अगले दिन से ही लोग इसका इस्तेमाल शुरू कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर को इस खंड का उद्घाटन करेंगे।

सरकार इसे जल्द से जल्द जनता के लिए खोलने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है और अब यह बहुत जल्द खुल जाएगा। इस खंड में पांच स्टेशन हैं: साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो।

आधिकारिक सूत्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि प्राथमिकता वाले खंड के उद्घाटन के एक दिन बाद, यात्री सेवाएं 21 अक्टूबर की सुबह से शुरू हो सकती हैं. ‘रैपिडएक्स’ ट्रेन सुबह छह बजे से रात 11 बजे के बीच संचालित रहेंगी. शुरुआत में ये ट्रेन हर 15 मिनट में उपलब्ध होंगी. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) को दिल्ली और मेरठ के बीच भारत की पहली रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के निर्माण की देखरेख की जिम्मेदारी दी गई है.

रैपिडएक्स कॉरिडोर के प्राथमिक खंड यानी साहिबाबाद से दुहाई शुरू में ट्रेन हर 15 मिनट के अंतराल में चलेगी. वहीं यात्रियों के बढ़ने के साथ अंतराल को कम किया जा सकता है. फिलहाल इस रूट पर ट्रायल भी 15 मिनट के अंतराल में चल रहा है.

बताया जा रहा है कि दिल्‍ली से मेरठ तक 82 किमी. तक रैपिडएक्‍स शुरू होने के बाद 5 से 10 मिनट के अंतराल में ट्रेनों का संचालन किया जाएगा. वहीं प्राथमिक खंड की दूरी तय करने में ट्रेन को 12 मिनट का समय लगेगा.

वहीं दूसरी ओर दिल्ली-एनसीआर में रैपिडएक्स कॉरिडोर के विस्तार को लेकर भी कवायद शुरू हो गई है. अब योगी सरकार दिल्ली-मेरठ-गाजियाबाद में ट्रेन सेवा शुरू करने के बाद इसे ग्रेटर नोएडा के दुहाई से जेवर एयरपोर्ट (Duhai to Jewar International Airport) तक जोड़ने की योजना बना रही है.

माना जा रहा है कि अगले सप्ताह तक पीएम मोदी द्वारा इसका ऐलान किया जा सकता है. बता दें पीएम मोदी 21 अक्टूबर को देश की पहली रैपिडएक्स ट्रेन का उद्घाटन करने गाजियाबाद आ रहे हैं. योगी सरकार वेस्ट यूपी के तीन जिलों शामली, बुलंदशहर और हापुड़ को भी इस योजना में जोड़ने जा रही है. यूपी सरकार की मानें तो यह प्रोजेक्ट पहले चरण में शुरू होंगे.