भाजपा के भीष्म पितामह कहे जाने वाले स्व. कैलाशपति मिश्र का विरोध केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के लिए मंहगा साबित होता जा रहा है. बक्सर में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के खिलाफ खुला मोर्चा खोल दिया है. भाजपा नेताओं ने कहा है कि अश्विनी चौबे की गंदी राजनीति का अब अंत होने वाला है, अगला चुनाव में उनसे स्व. कैलाशपति मिश्र के अपमान का बदला लिया जायेगा.
बता दें कि बिहार भाजपा के भीष्म पितामह कहे जाने वाले कैलाशपति मिश्र के गांव बक्सर जिले के दुधारचक में उनकी प्रतिमा स्थापित होने वाली है. ग्रामीणों ने अपने खर्च पर स्व. कैलाशपति मिश्र की प्रतिमा लगवायी है. इसका अनावरण 3 नवंबर को होना है. लेकिन स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने प्रतिमा अनावरण के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. चौबे ने बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक में बिहार भाजपा के नेताओं को प्रतिमा अनावरण के कार्यक्रम में शामिल नहीं होने की चेतावनी दी थी. भाजपा सूत्रों के मुताबिक अश्विनी चौबे ने कहा था कि बक्सर में उनकी मर्जी के बगैर कोई कार्यक्रम नहीं होगा.
बुधवार को बीजेपी के कई नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस कर अश्विनी चौबे को खुली चेतावनी दी. बक्सर के भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राणा सिंह ने कहा कि जिले के लोग अपनी मिट्टी के सबसे बड़े महापुरूष का अपमान नहीं भूलेंगे. अश्विनी चौबे अपने नाकामी को छिपाने के लिए श्रद्धेय कैलाशपति मिश्र की प्रतिमा लगाने का विरोध कर रहे हैं. इस अपमान का बदला जरूर लिया जाएगा .
– अनन्या सहाय की रिपोर्ट