घरेलू हिंसा मामले में जेल में बंद एक महिला कैदी की संदिग्ध अवस्था में हो गई मौत

बेगूसराय से एक सनसनीखेज मामला निकल कर सामने आया है। जहां  घरेलू हिंसा मामले में जेल में बंद एक महिला कैदी की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। मृतका की पहचान पटना जिला अंतर्गत जानीपुर थाना क्षेत्र के सोरमपुर वार्ड 8 निवासी स्वर्गीय अरुण कुमार वर्मा का 56 वर्षीय पत्नी देवंती देवी के रूप में हुई है। मामला मंडल कारा बेगूसराय का बताया जा रहा है।

5 अप्रैल को बहु कोमल कुमारी ने लोहिया नगर थाने में अपने पति समेत सास -ससुर और देवर-जेठ समेत 7 लोगों की शिकायत दर्ज करवाई है।  देवंती देवी को पुलिस ने गिरफ्तार कर 21 जूलाई 2024 को जेल भेज दिया था। 16 दिनों से जेल में बंद देवंती देवी की आज सुबह मौत हो गई। उसके बाद जेल प्रशासन के द्वारा मृतका के परिजनों को सूचना दी गई है और शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया गया।  अब तक मृतका के घर किसी भी सदस्य का कोई प्रतिक्रिया नहीं आया है।

अस्पताल में मौजूद लोगों का कहना है की मौत के बाद भी शव को सही जगह पर नहीं रखा गया है और ना ही पोस्टमार्टम रूम में रखा गया है बल्कि शौचालय के गेट पर सुबह से ही रख दिया गया है। जहां पर सेकंड लोगों का आना-जाना होता है। यह शव तकरीबन 4 घंटे तक शौचालय के गेट पर शव पड़ा  रहा। हालांकि, मीडिया का कैमरा देखते ही जेल प्रशासन ने शव को बाहर निकाल कर सदर परिसर में रखा गया।

फोन पर जेल प्रभारि शिवमंगल प्रसाद ने बताया कि मृतका दम्मा पेशेंट थी , तीन-चार दिन से इलाज चल रहा था। घरेलू हिंसा मामले में 21 जुलाई से जेल में बंद थी। आज सुबह जब कैदी की गिनती हो रही थी तो उसमें देवंती देवी शामिल थी। तकरीबन 6:15 बजे अचानक देवंती देवी की तबीयत खराब होने लगी तो आनन-फानन में जेल प्रशासन द्वारा सदर अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत्यु घोषित कर दिया। मृतका के परिजनों को सूचना दे दी गई है। पोस्टमार्टम के लिए प्रक्रिया की जा रही है।

मृतका की बहु ने बताया कि उन्होंने उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इसी आरोप में उसकी सासु मां जेल में बंद थी। बहु ने जो एफआईआर करवाया था उसमें कहा था कि मेरी शादी 24 सितंबर 2022 को हिंदू रीति रिवाज के तहत कमलेश कुमार से हुई थी। शादी में मेरे पिता क्षमता के अनुसार 10 लाख नगर ढाई लाख का सोने का जेवर पति को एवं तीन लाख का सोने का जेवर मुझे तथा घर का सामान उपहार स्वरूप दिए। इसके बाद भी मेरे पति और ससुराल वालों के द्वारा मेरे साथ क्रूरता की तरह व्यवहार किया गया और मैं जिल्लत की जिंदगी की रही थी। इस संबंध में मेरे पिता ने ससुराल वाले के साथ बातचीत करने पहुंचा तो ससुराल वालों ने मेरे पिता के साथ गाली गलौज करके धमकी दिया की बेटी को रखना है तो रख लो नहीं तो संबंध तोड़ लो, नहीं तो सबको हत्या कर देंगे।

उन्होंने बताई कि पति ने कहा मेरा रखैल बनके रहना होगा और जानवरों की तरह व्यवहार करने लगा। इतना ही नहीं उसका पति  वीडियो कॉल पर नंगे होकर अन्य लड़की से चैट करता था और गंदे गंदे शब्दों का प्रयोग मेरे सामने करता था। नशे की हालत में मुझे वेश्या कहकर मेरे साथ संबंध बनता था। उसके बाद जब मैं प्रेजनेंट हो गई तो मेरे पति और ससुराल वालों गर्भपात कराने का दबाव डालने लगा। जब मैं इसका विरोध की तो 24 फरवरी 2024 को रात्रि में मेरे गर्भ पर शिव कुमार बहुत साथ देवंती देवी ने लात से मारा एवं मेरा बाल पकड़ कर बाहर कर दिया और स्त्रीधन रख लिया। मैं दर्द से छटपटाती रही परंतु दरवाजा नहीं खोला। किसी तरह में मायके आई और बेगूसराय के सदर अस्पताल में इलाज कराया। इस दौरान मैं अपने बड़े पापा के घर मुंगेर गई जहां पुनः मेरे गर्व में पीड़ा होने लगी और मेरा गर्भ खराब हो गया। परेशान होकर मैं ससुराल वालों पर मामला दर्ज कराई हूं।

घरेलू हिंसा मामले में जेल में बंद एक महिला कैदी की संदिग्ध अवस्था में हो गई मौत