आर्टकिल 370 हटने के बाद जम्मू -कश्मीर में विधानसभा का चुनाव होने जा रहा है। चुनाव आयोग के तरफ तारीखों का भी एलान कर दिया है। इस बीच अब खबर यह आ रहा है कि जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस मिलकर चुनाव लड़ेंगे। पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार को राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से लंबी मुलाकात के बाद इसका ऐलान किया। उन्होंने महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी को भी साथ लेने के संकेत दिए हैं।
अब्दुल्ला ने कहा कि हमारे दरवाजे समान विचारधारा वाले किसी भी दल के लिए बंद नहीं हैं और भविष्य में किसी भी बात पर विचार किया जा सकता है। वहीं जीत की स्थिति में खुद के सीएम बनने के सवाल को हंसकर टाल दिया। पहले मलिल्कार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला व अन्य नेताओं से मुलाकात की।
बैठक के बाद नेकां अध्यक्ष ने एलान किया कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस मिलकर सभी 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। इसको लेकर फारूक अब्दुला ने कहा कि दोनों पार्टियों के बीच सभी 90 विधानसभा सीटों पर गठबंधन हो गया है। आज रात तक कागजी कार्रवाई पूरी हो जाएगी। कांग्रेस, एनसी और सीपीआई (एम) साथ में हैं। हम साथ काम करेंगे और चुनाव लड़ेंगे। हमें उम्मीद है कि राज्य का दर्जा वापस मिलेगा। किसी के लिए कोई दरवाजा बंद नहीं है।
बैठक के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा, हम और कांग्रेस एक साथ हैं। सीपीआई-एम भी हमारे साथ जुड़े हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि हमारे लोग (नेकां नेता) भी हमारे साथ हैं। हमें भरोसा है कि इस चुनाव में हमारी जीत होगी। जम्मू-कश्मीर के लोग कई सालों से कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा।