पटना रिंग रोड का काम काफी तेज गति से जारी है। लगभग 5000 करोड़ की 127 किमी लंबी इस परियोजना में अब तक 70 किमी के लिए जमीन अधिग्रहण हो चुका है। बाकी के लिए जमीन अधिग्रहण का काम जारी है। पहली सड़क कन्हौली से रामनगर के बीच बननी है। इसका टेंडर जारी हो चुका है और जल्द ही अन्य सड़कों की निविदा जारी होगी।
रिंग रोड बिहटा में बनने वाले नए एयरपोर्ट के पास से कन्हौली होते हुए नौबतपुर, डुमरी, बेलदारीचक, रामनगर, सबलपुर, बिदुपुर, सराय, अस्तिपुर, नयागांव, दिघवारा, शेरपुर होते हुए कन्हौली में आकर मिलेगा। परियोजना का काम मुख्य तौर पर दो चरणों में हो रहा है। इसके लिए अलग-अलग पैकेज में काम किये जायेंगे। विभिन्न चरणों में डीपीआर का काम जारी है। रिंग रोड में गंडक नदी पर वर्तमान पुल के लगभग एक नए पुल का निर्माण होगा। 21 किमी लंबी कच्ची दरगाह-बिदुपुर पुल और सड़क पर राज्य सरकार काम कर रही है। 38 किमी लंबी कन्हौली रामनगर का टेंडर एनएचएआई जारी कर चुका है। 11 किमी लंबी सड़क शीतलपुर से दिघवारा का काम एनएचएआई पूरा कर चुका है। शेरपुर से दिघवारा के बीच प्रस्तावित पुल एनएचएआई बनाएगा।
रिंग रोड परियोजना पूरी होने के बाद राजधानी में बड़े वाहनों के प्रवेश की जरूरत नहीं होगी। अभी व्यवसायिक वाहनों के शहर में आने से जाम तो रहता ही हैं। सड़क दुर्घटनाएं भी बहुत होती है। रिंग रोड बनने के बाद प्रदेश के पश्चिमी भाग या उत्तरी भाग में जाने के लिए पटना शहर में प्रवेश करने की जरूरत नहीं होगी। राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था स्मूथ हो जाएगी। ट्रकों का शहर में प्रवेश नहीं होगा। उल्लेखनीय है कि साल 2014 के मास्टर प्लान में रिंग रोड का प्रस्ताव लाया गया था। मास्टर प्लान की स्वीकृति मिलने के बाद इस योजना की सरकार ने स्वीकृति दी थी।
रिंग रोड परियोजना राज्य सरकार की अहम व जनोपयोगी परियोजना है। इसपर तेजी से काम जारी है, इसके सकारात्मक परिणाम जल्द ही दिखेंगे।
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