बिहार में शराबबंदी कानून लागू हुए आठ साल का लंबा समय बीत गया लेकिन धंधेबाज अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। राज्य में अवैध शराब की खरीद-बिक्री जोरों पर है और जब भी कोई शराब माफिया के रास्ते में आता है तो उसका अंजाम बुरा होता है। मामला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा से सामने आया है, जहां शराब माफिया के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र नालंदा के हरनौत स्थित चेरो गांव में शराब की सूचना पर छापेमारी करने पहुंची पुलिस टीम पर शराब माफिया और उसके लोगों ने हमला बोल दिया। हमले में थानेदार समेत 6 पुलिस जवान बुरी तरह से घायल हो गए। अचानक हुए हमले के बाद पुलिसकर्मी किसी तरह से अपनी जान बचाकर वहां से भागे। वरीय अधिकारियों को घटना की जानकारी देने के बाद आसपास के थानों की पुलिस टीम मौके पर पहुंची लेकिन तबतक हमलावर फरार हो गए थे।
सभी घायल जवानों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हरनौत के प्रभारी थानेदार अबू तालिब ने बताया कि पुलिस टीम शराब तस्करी की सूचना पर छापेमारी करने पहुंची थी, जहां अचानक पथराव शुरू हो गया। घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों की पहचान की जा रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बिहार में शराब माफिया इतने बेखौफ हो गए हैं कि अब उनमें पुलिस का खौफ भी खत्म हो गया है और वे पुलिसकर्मियों को अपना निशाना बना रहे हैं।