PATNA 26.06.22 -पटना हाईकोर्ट-सरकार के द्वारा होने वाले निर्माण कार्य में देरी आम बात है. केंद्र और राज्य के द्वारा चलाई जा रही कई परियोजनाओं के पूरा होने में सालों का वक्त लग जाता है. इन्ही में से एक है पटना-गया-डोभी फोरलेन सड़क निर्माण योजना. साढ़े 5 हजार करोड़ की लागत से बने रहे सड़क का निर्माण कार्य वर्ष 2010 में शुरू हुआ था लेकिन आज 2022 तक भी सड़क नहीं बन सकी है. निर्माण एजेंसी और सरकार की लापरवाही के कारण 12 वर्ष से भी अधिक का समय बीत जाने के बाद भी सड़क निर्माण पूरा नहीं हो सका.
पटना उच्च न्यायालय के द्वारा संज्ञान लिए जाने के बाद अब पटना-गया-डोभी फोरलेन सड़क निर्माण में काफी तेजी आई है. सड़क निर्माण की पूरी मॉनिटरिंग पटना हाईकोर्ट के द्वारा की जा रही है. 2010 में काम समय से पुराना होता देख लोगों की समस्याओं को देखते हुए पटना हाईकोर्ट के निर्देश के बाद 2020 में नई कंपनी को काम सौंपा गया, जिसके बाद निर्माण का लक्ष्य दिसंबर 2022 रखा गया है. सड़क निर्माण में हो रही देर और पटना हाईकोर्ट से फटकार लगने के बाद सरकार के स्तर पर भी निर्माण ने तेजी लाई जा रही है.
नितिन नवीन ने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से हम लोग चाहते हैं कि जल्द ही इस योजना को पूरा किया जाए. इस सड़क के किनारे करीब 1500 एकड़ जमीन अधिग्रहण इंडस्ट्रियल एरिया डेवेलप करने के लिए किया जाना है, साथ ही पटना-गया-डोभी फोरलेन से 9 बाईपास को जोड़ा जा रहा है. रेल ओवर ब्रिज का निर्माण जल्द हो इसके लिए इसके लिए रेलवे से भी बातचीत की जा रही है.