बागमती नदी के तटबंध ध्वस्त का खतरा, बिहार में बाढ़ से त्राहिमाम की स्थिति

बिहार में बाढ़ से त्राहिमाम की स्थिति बनती जा रही है। मुजफ्फरपुर के कटरा प्रखंड में बागमती नदी के जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी से तेहवारा पंचायत के बुधकारा सोखा सिंह में तटबंध कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गया है। कटाव का यही सिलसिला लगातार जारी रहा, तो कभी भी चोरहर तटबंध ध्वस्त हो सकता है। तटबंध ध्वस्त होने से कोसी तटीय इलाकों में तबाही मचेगी।

सुबह से ग्रामीण जेसीबी की मदद से तटबंध की मरम्मत में लगे हुए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि तटबंध मरम्मत के नाम करोड़ों रुपये खर्च हो चुके हैं लेकिन तटबंध की सूरत नहीं बदली। जियो बैग और एनसी के नाम पर लाखों के न्यारे हुए लेकिन हालात नहीं बदले। तटबंध ध्वस्त होने से बाढ़ का पानी दर्जनों गांव में फैल जायेगा और भीषण तबाही मचेगी। सैकड़ों एकड़ में फसल बर्बाद हो जायेगी।

अगर तटबंध टूटता है तो तटबंध आसपास गांव बुधकारा, जहांगीर, बठवाड़ा, शिवदाहा, तेहवारा, मोहना, कठलिया सहित पांच गांव बाढ़ के पानी में जलमग्न हो जायेंगे। वहीं जान-माल का काफी नुकसान होगा। भयावह स्थिति को देखते हुए  डीएम सुब्रत कुमार सेन और एसएसपी राकेश कुमार, एसडीओ अमित कुमार ने कमान संभाल रहे हैं। अधिकारी लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे हैं।

दर्जनों ग्रामीण ओवरफ्लो स्थल पर पहुंच कर जेसीबी की मदद से बोरा में मिट्टी डालने में जुटे रहे है। इसको देख कर कई लोगों ने बोरा उठाने में मदद की। जल संसाधन विभाग के अभियंता द्वारा व्यापक तैयारी नहीं की गयी थी, जिसको लेकर डीएम ने विभागीय अभियंता को कड़ी फटकार लगाई है।

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