PATNA 30.06.22 – मानसून मजबूत होता दिख रहा है. दक्षिण-पश्चिम मानसून के कारण बिहार के सभी जिलों में वर्षा हो रही है. बीते बुधवार को प्रदेश के कई जिलों में भारी वर्षा हुई है. कहीं सड़कें डूब गईं तो कहीं अस्पताल में पानी भर गया. हाजीपुर, दरभंगा, पटना समेत कई जिलों से इसकी तस्वीरें देखने को मिलीं. आज भी प्रदेश के सभी जिलों में बारिश की संभावना है तो कई जिलों में भारी बारिश भी होगी. वज्रपात की भी संभावना है.
राजधानी पटना में सुबह से ही बारिश हो रही है. मौसम विभाग की मानें तो दो जुलाई तक प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है. गुरुवार की सुबह छह बजे मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया कि पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी और शिवहर जिले के कुछ भागों में दो से तीन घंटे में मध्यम दर्जे की बारिश होगी. इसके साथ ही मेघ गर्जन और वज्रपात के भी आसार हैं.
मुजफ्फरपुर, भोजपुर, बक्सर, कैमूर, रोहतास और गया में भी बारिश होगी. इसके अलावा सारण, वैशाली, पटना, औरंगाबाद, अरवल और जहानाबाद में भी बारिश की संभावना है. इन जिलों में भी वज्रपात की संभावना है. हालांकि मौसम विज्ञान केंद्र पहले भी कह चुका है कि जुलाई के दूसरे सप्ताह से बिहार के सभी हिस्सों में मानसून सक्रिय रहेगा और अच्छी वर्षा होगी.
जिन जिलों में चेतावनी जारी की गई है उनमें बांका, भागलपुर, खगड़िया, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, अररिया, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, देवघर, लखीसराय, जमुई , मुंगेर, बेगूसराय, समस्तीपुर, दरभंगा, वैशाली समेत 17 जिले शामिल हैं. इधर; लगातार बादल गरजने और बिजली चमकने की वजह से वज्रपात का भी खतरा लगातार बना हुआ है.
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, बिहार में एक साथ दो हवाओं का सिस्टम सक्रिय है. चक्रवाती हवाओं का प्रभाव राजस्थान से बंगाल खाड़ी तक पूरी तरह से बना हुआ है. जिस कारण उत्तर बिहार के करीब 20 जिलों में मध्यम दर्जे की बारिश हो रही है. फिलहाल बिहार के सभी हिस्से में बारिश का सिस्टम सक्रिय है और इसके साथ ही आगे भी तेज हवा, वज्रपात का असर दिखाई देगा.