इंडिया सिटी लाइव(पटना):14दिसम्बर: बिहार में भी खेत में पराली जलाने को लेकर सरकार गंभीर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि पूरे राज्य में चेकिंग की जाएकि कहां कहां पराली जलाए जा रहे हैं. सरकार ने इसके लिए हैलिकॉफ्टर मुहैया कराने का निर्देश दिया है।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज जल जीवन हरियाली अभियान के तहत जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए यह निर्देश दिया है.
मुख्यमंत्री ने कहा है कि कृषि अवशेष को खेतों में जलाए जाना पर्यावरण के लिए नुकसानदेह है, सरकार ने लगातार जागरूकता अभियान चलाकर किसानों को यह बात समझाने की कोशिश की, बावजूद इसके लगातार बिहार में भी किसान खेतों के में कृषि अवशेष यानी पराली जला रहे हैं, सीएम ने निर्देश दिया है कि अधिकारी इसके लिए राज्य सरकार का हेलीकॉप्टर तीन-चार दिन बुक करें और खुद बिहार के सभी जिलों का हवाई सर्वेक्षण करें. बांका से लौटते वक्त खुद खेतों में कृषि अवशेष जलाने का गवाह बने मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें बड़े पैमाने पर ऐसा नजारा दिखा कि खेतों के अंदर पराली या तो लाई गई है या फिर कृषि के अवशेष जलाने के बाद वहां राख जमा है.
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि इसके लिए आवश्यक हो तो पर्यावरण के और कृषि के जानकार लोगों की भी मदद ली जाए लेकिन किसी भी कीमत पर खेतों के अंदर कृषि अवशेष ना जलाए जाएं, यह सुनिश्चित किया जाए. सीएम नीतीश कुमार ने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि समाचार पत्रों और मीडिया के जरिए भले ही जागरूकता अभियान के विज्ञापन प्रसारित किये जाते हैं लेकिन यह बात जमीनी स्तर पर जाकर किसानों को समझाने की जरूरत है।