सिक्किम में बाढ़ से 19 लोग की मौत हो गई है और 103 लोग लापता हैं। मरने वालों में सेना के चार जवान शामिल हैं, जबकि 22 अभी भी लापता हैं। 2,000 से अधिक लोगों को बचाया गया है, लेकिन इस आपदा से सिक्किम को काफी नुकसान हुआ है और 22,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। आपदा के दो दिन बाद सिक्किम में स्थिति अज्ञात है। मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल के आसपास के पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. सिक्किम में हाल ही में विनाशकारी बादल फटा, जिससे व्यापक विनाश और दुःख हुआ।
परिणाम भयावह है, घर मलबे में तब्दील हो गए और सेना के वाहन कीचड़ में डूब गए। लापता सैनिकों और अन्य व्यक्तियों को खोजने के प्रयास जारी हैं। स्थानीय निवासियों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि कीचड़ और मलबा उनके घरों में घुस गया है। मौसम विभाग ने आने वाले घंटों में भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिससे सिक्किम और पड़ोसी क्षेत्रों के लिए और चुनौतियां खड़ी हो जाएंगी।
गौरतलब है कि सिक्किम में बाढ़ से तबाही के बीच वायुसेना के जवान देवदूत बनकर मदद करने पहुंचे हैं. सिक्किम में आई भीषण तबाही के बाद यहां रेस्क्यू के लिए सेना के जवान पहुंच चुके हैं. भारतीय वायुसेना के जवान बाढ़ और आपदा के वक्त बहादुरी के साथ रेस्क्यू अभियान चलाते हैं और ऐसा ही सिक्किम में जारी है.
बाढ़ जैसी स्थिति में रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए वायुसेना MI-17 हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करती है. चाहे वो हिमाचल प्रदेश में आई तबाही हो या फिर पंजाब में आई बाढ़ हर जगह वायुसेना के जांबाज देवदूत बनकर पहुंचते हैं. सिक्किम में बाढ़ का 22 हजार से ज्यादा लोगों पर असर पड़ा है. इस बीच, 2 हजार से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया गया है.
बताया जा रहा है कि सिक्किम में 6 हजार से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं. लाचेन और लाचुंग में 700 से 800 के करीब ड्राइवर और 3 हजार से ज्यादा बाइक सवारों के फंसे होने की खबर है. आज हेलीकॉप्टर्स के जरिए इनको रेस्क्यू किया जाएगा.