PATNA 01.07.22 – “2020 के विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल के संकल्प पत्र में हमने ‘सीमांचल आयोग’ के गठन की बात कही थी, हम सीमांचल के विकास हेतु सरकार से इसके लिए संघर्ष करेंगे..”
PATNA 01.07.22-राष्ट्रीय जनता दल और महागठबंधन के लिए खुशी का दिन है। एआईएमआईएम के चार विधायकों को बिहार विधान सभा अध्यक्ष ने संविधान की दसवीं अनुसूची के प्रावधानों तथा सभी पहलुओं की जांच के बाद राष्ट्रीय जनता दल में विलय की सहमति प्रदान की। राजद में विलय करने वाले विधायकों में श्री शहनवाज आलम, मो0 अनजार नईमी, मो0 इजहार असफी एवं सैयद रूकनुद्दीन को जिन्होंने राजद में विलय के लिए अनुरोध किया था उसको विधान सभा अध्यक्ष ने स्वीकृति प्रदान की और नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव सहित राजद के अन्य नेताओं को विलय के संबंध में सहमति की सूचना प्रदान की।इस अवसर पर राजद कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि बिहार से विपक्षी दलों ने संदेश दिया है कि विपक्ष में रहते हुए भी दूसरे दल के लोग राष्ट्रीय जनता दल में विलय कर रहे हैं, ये शुभ संकेत हैं। इन्होंने कहा कि लालू प्रसाद का विचारधारा समाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता पर आधारित है, जिसमें सभी शोषित, वंचित और अल्पसंख्यक को अधिकार मिले और इसे सरजमीन पर उतारकर लोगों के चेहरे पर मुस्कान रहे यही राजद का विचारधारा है। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में भाजपा ने कभी भी अकेले लड़ने की हिम्मत नहीं है क्योंकि उसके पास आधार ही नहीं है। वो सिर्फ दूसरे के सहारे सत्ता की वैतरनी पार करना चाहते हैं। अगर आज आकलन किया जाय तो वर्तमान परिस्थिति के बाद चाहे बोचहां का चुनाव परिणाम हो या चार विधायकों का राजद में शामिल होने का मामला हो। उसके बाद हम वोट के प्रतिशत में एनडीए से आगे हो गये हैं और करीब पन्द्रह हजार से अधिक वोटों से राजद आगे है। सीमांचल में भी हम काफी मजबूत हुए हैं और जिस तरह से सीमांचल को एनडीए सरकार उपेक्षित रखा है। हम इसके लिए वहां पर सभी विधायकों के साथ विचार कर संघर्ष और आन्दोलन करेंगे और बाढ़ तथा सीमांचल विकास आयोग बनाने की लड़ाई को मजबूती के साथ लड़ेंगे। और मैं स्वयं इन इलाकों में दौरा कर लोगों के बीच जाऊंगा और उनकी समस्याओं को देखूंगा। क्योंकि लालू जी के साथ सीमांचल के लोगों का शुरू से जुड़ाव रहा है और इसको मजबूती देने के लिए वहां पर कार्यक्रम करूंगा। नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि चारों विधायक अपनी पार्टी छोड़कर पहली बार राष्ट्रीय जनता दल के कार्यालय में आये तो इनका स्वागत जगदा बाबू ने किया है। क्योंकि सीमांचल की तरक्की के लिए राजद हमेशा साथ खड़ा रहा है और आगे भी खड़ा रहेगा। इन्होंने आगे कहा कि राजद सबसे बड़ी पार्टी विधान सभा में हो गई है तो इसके लिए उनलोगों को खुश होना चाहिए था लेकिन अख्तरूल साहब जैसे लोग राजद को बड़ी पार्टी होने पर जो बयान दे रहे हैं ये उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वे भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी के रूप में देखना चाहते थे। आज जो भी विधायक आये हैं उन्होंने प्रस्ताव दिया है, उसके बाद ही हमने उनका स्वागत किया है। और जो भी लोग शामिल हुए हैं वो अपने घर में आये हैं। क्योंकि इनलोगों ने राजद से ही राजनीति की शुरूआत की थी। राजद जब ए टू जेड की बात करती है तो इसका मतलब है कि वो सभी लोगों की बात करती है। ए टू जेड में ही एम-वाई भी आता है, उसे अलग करके क्यों देखते हैं पता नहीं। राजद ने हमेशा विचारों और कार्यकर्ताओं के हित में कार्य किया है। जबकि आज भाजपा लोकतंत्र और संविधान विरोधी कार्य कर रही है और लोकतंत्र को कहीं न कहीं कमजोर करने की कार्रवाई में लगी हुई है लेकिन राजद भविष्य की राजनीति को मजबूत करने के लिए ही इस तरह की तैयारी की है कि मजबूती के साथ बिहार में विचार धारा को आगे बढ़ा सके और जो भविष्य की तैयारी नहीं करता है उसका अस्तित्व मिट जाता है। इस अवसर पर संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष श्री जगदानन्द सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री अशोक कुमार सिंह, मुख्य सचेतक ललित कुमार यादव, विधायक भूदेव चैधरी, सुनील कुमार सिंह, विनय यादव, रेखा पासवान, वीणा सिंह, संजय गुप्ता, अनिरूद्ध कुमार यादव, पूर्व मंत्री विजय प्रकाश, राष्ट्रीय प्रवक्ता सुबोध कुमार मेहता, प्रदेश प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव, एजाज अहमद, सारिका पासवान, पूर्व विधायक अनवर आलम, संजीव राय, बल्ली यादव, मदन शर्मा, निर्भय अम्बेदकर, के0 डी0 यादव, भाई अरूण कुमार, प्रमोद कुमार राम, ई0 अशोक यादव, देवकिशुन ठाकुर, धर्मेन्द्र पटेल सहित अन्य गणमान्य नेतागण उपस्थित थे। सभी ने चारों विधायकों का राजद में शामिल होने पर हार्दिक स्वागत किया।