2024 के चुनाव के लिए बीजेपी ने खास प्लान बनाया है. उन्होंने उत्तर प्रदेश की इन 17 सीटों को बेहद महत्वपूर्ण माना है और इन पर खासा ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 2024 में होने वाले आगामी चुनाव के लिए बड़ा प्लान बनाया है. उन्होंने उत्तर प्रदेश की 17 सीटों को बेहद अहम बताया है और उन सीटों को जीतने पर खासा फोकस कर रही है.

6 महीने में लोकसभा के चुनाव होंगे. फिलहाल सत्ता पर काबिज बीजेपी चुनाव की तैयारी में जुट गई है. वे उत्तर प्रदेश राज्य पर अतिरिक्त ध्यान दे रहे हैं और उन्होंने 17 सीटों को बहुत महत्वपूर्ण माना है। उनका लक्ष्य आगामी चुनाव में उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटें जीतना है। जोखिम भरी या ख़तरनाक स्थिति वाली इन 17 सीटों पर बीजेपी का कब्ज़ा था. 2014 और 2019 के चुनावों में, भाजपा ने उत्तर प्रदेश में 17 सीटें जीतीं और वे वास्तव में उनके लिए महत्वपूर्ण हैं। ये सीटें हैं बिजनोर, नगीना, सहारनपुर, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, अमरोहा, बदांयू, मैनपुरी, फिरोजाबाद, श्रावस्ती, अंबेडकरनगर, रायबरेली, आजमगढ़, लालगंज, घोसी और ग़ाज़ीपुर।

प्रत्येक कुर्सी पर विजेता कौन था? पिछले चुनावों में अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग राजनीतिक दलों ने जीत हासिल की थी. उदाहरण के तौर पर, बिजनोर, नगीना और सहारनपुर में बीएसपी नामक पार्टी जीती. मुरादाबाद में सपा नाम की पार्टी जीती. रामपुर में एक विशेष चुनाव हुआ और भाजपा नामक पार्टी जीत गयी। संभल, अमरोहा और बदायूँ में सपा नाम की एक और पार्टी जीत गई. मैनपुरी और फिरोजाबाद में बीजेपी पार्टी को जीत मिली.

श्रावस्ती में बसपा नाम की पार्टी जीती. अम्बेडकर नगर, रायबरेली, आज़मगढ़, लालगंज, घोसी और ग़ाज़ीपुर में बसपा नामक एक और पार्टी जीती। सपा इन सीटों को जीतने में अपनी भलाई समझती है. समाजवादी पार्टी को लगता है कि भारतीय जनता पार्टी ने जिन 17 सीटों को मुश्किल बताया है, उन पर मौजूदा स्थिति में वह मजबूत है। पिछले चुनाव में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने मिलकर काम किया था, लेकिन इस बार समाजवादी पार्टी I.N.D.I.A नामक एक अलग समूह का हिस्सा है। बहुजन समाज पार्टी ने अभी तक किसी अन्य पार्टी के साथ साझेदारी नहीं की है.