बिहार में दरभंगा एम्स का मुद्दा लगातार राजनीतिक सरगर्मी बढ़ता रहा है। केंद्र सरकार का कहना है कि उसे राज्य सरकार के तरफ से ज़मीन नहीं उपलब्ध करवाई जा रही है तो राज्य सरकार का कहना है कि हमने सभी तक से मदद की है केंद्र की मर्जी ही नहीं है बिहार की मदद करने का। लंबे विवाद के बीच राहत वाले खबर भी आई और दरभंगा एम्स की स्वीकृति का सहमति हासिल हो गया। अब इसके जमीन तय करने के मामले में बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने राज्य सरकार पर काम नहीं करने का बड़ा आरोप लगाया है।
सम्राट चौधरी ने कहा है कि – नीतीश बाबू से आग्रह करना चाहता हूं कि शोभन बाईपास जो दरभंगा में है उसमें एम्स की स्वीकृति का सहमति प्राप्त तो आपको हो ही गया है। लेकिन, इसके बाबजूद आज भी डीएमसीएच में 82 एकड़ जमीन एम्स के डायरेक्टर के अधीन है। ऐसे में एम्स के डायरेक्टर वहां झंडा फहराए। इतना ही नहीं बिहार सरकार डेट फिक्स करें कि कब देश के प्रधानमंत्री आकर शोभन में एम्स की निर्माण की शुरुआत कर सके। हमलोग तो कबसे चाहते हैं कि वहां जल्द से जल्द एम्स की शुरुआत हो।
तेजस्वी यादव के तरफ से हेल्थ में केंद्र सरकार से मदद नहीं मिलने के आरोप का जवाब देते हुए सम्राट ने कहा कि, बिहार के उपमुख्यमंत्री कहते हैं कि भारत सरकार 500 करोड देता है और सिर्फ वो मेंटेनेंस पर 500 करोड़ देते हैं। उनका कहना है कि हजारों करोड़ रुपया लगा कर बिल्डिंग निर्माण का काम किया जाता है। तो उनसे कहना है कि-स्वास्थ्य मंत्री जी आपने कहा कि 3000 करोड़ खर्चा करेंगे जमीन पर, तो 3000 खर्चा क्यों करना है? आपकेपास जमीन कहां है? इसमें भी कोई घोटाला है क्या ? आप वहां जो सरकारी जमीन है वो उपलब्ध करवा दीजिए तुरंत वहां एम्स का निर्माण शुरू हो जाएगा।
इसके आगे सम्राट ने कहा कि तेजस्वी और नीतीश जी आप लोग तो बार – बार वहां छोटा-छोटा टुकड़ा देने का काम करते हैं। नीतीश बाबू अभी मुंगेर में शिलान्यास करने का काम किया और 15 एकड़ जमीन हैंडोवर किय। यह एक अलग कहानी वाले मुख्यमंत्री हो गए हैं अरे काम तो करिए इंफ्रास्ट्रक्चर का काम तो बढ़ाये। दरभंगा के बगल में झंझारपुर में पिछले 6 वर्षों से मेडिकल कॉलेज बन रहा है। अब कितना दिन टाइम लगेगा।
उधर, जमुई में आपने मेडिकल कॉलेज बनाने की बात कही थी। आज उसका 3 साल हो गया और अभी तक एक ईट नहीं गिरा है। यह तो यह सिर्फ चुनावी स्टंट करने के लिए नीतीश कुमार जाने जाते हैं।