लालू यादव के तिरुपति यात्रा के लिए निकाले जा रहे राजनैतिक निष्कर्ष

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की शादी की सालगिरह के मौके पर लालू परिवार तिरुपति बाला जी के दर्शन करने  जाएंगे।  आंध्र प्रदेश में स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर में पूजा अर्चना का उनका कार्यक्रम है। इसके लिए 9 दिसंबर को पूरा परिवार तिरुपति बालाजी की यात्रा पर होंगे।  लालू परिवार की इस यात्रा के राजनीतिक मतलब भी निकाले जा रहे हैं।

एक तरफ पूरे देश में सनातन धर्म को लेकर बहस जारी है। सनातन पर विवादित बोल कर कांग्रेस को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। ऐसे में अब लालू को यह अच्छी तरह से मालूम है की खुद के लिए यदि उनको वोट बैंक बनाए रखना है तो फिर उन्हें सनातन का आदर सत्कार करना होगा। लिहाजा लालू परिवार मंदिर – मंदिर घूमकर भगवान से तो आशीर्वाद ले रही है।

एक तरफ  विपक्षी दलों के  INDIA के नेता जहां लगातार सनातन विरोधी बयान दे रहे हैं और भाजपा इन सनातन विरोधी बयान को विधानसभा चुनाव में भुनाती नजर आ रही है।  ऐसे में लालू परिवार का यह आध्यात्मिक दौरा बिहार की सियासत को गर्मा सकता है।

पांच राज्यों में हाल ही में चुनाव संपन्न हुए हैं। चुनाव के बाद जो चीज है सबसे ज्यादा चर्चा में रही वह यह रहा कि सनातन और पूजा पाठ को लेकर लगातार इंडिया गठबंधन के नेताओं की तरफ से विवादित बयान दिए गए। इसको लेकर अब तक भाजपा के नेता  इंडिया गठबंधन पर हमलावर है।

जदयू के सांसद सुनील कुमार पिंटू ने लालू यादव के तिरुपति बालाजी जाने के सवाल पर कहा कि तिरुपति बालाजी भगवान से आशीर्वाद लें, लेकिन इंडिया एलायंस के घटक दलों और साउथ इंडिया के इन दलों को भी समझाएं कि हिंदू धर्म सनातन धर्म पर कोई कमेंट न करें।
लालू यादव के तिरुपति यात्रा के लिए निकाले जा रहे राजनैतिक निष्कर्ष