दिल्ली में आज इंडी गठबंधन की चौथी बैठक होने जा रही है। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे अध्यक्षता करेंगे। इस बैठक में शामिल होने के लिए विपक्षी गठबंधन के सूत्रधार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ लालू प्रसाद और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सोमवार को ही दिल्ली पहुंच गए थे। गठबंधन में शामिल अन्य 28 दलों के शीर्ष नेताओं के शामिल होने का भी दावा किया जा रहा है। तीन राज्यों में कांग्रेस की हार के बाद I.N.D.I.A की इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है
पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में इंडी गठबंधन में शामिल दल एक-दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे थे। कांग्रेस को तीन राज्यों राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में हार का सामना करना पड़ा और बीजेपी ने प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज की। तीन राज्यों में करारी हार के बाद कांग्रेस को गठबंधन का याद आई और उसने आनन-फानन में दिल्ली में 6 दिसंबर को इंडी गठबंधन की बैठक बुला ली, हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, ममता बनर्जी और अखिलेश यादव समेत अन्य नेताओं बैठक से किनारा कर लिया।
कांग्रेस ने आखिरी वक्त में बैठक को स्थगित कर दिया था। बाद में सभी दलों की सहमती के बाद 19 दिसंबर यानी आज का दिन बैठक के लिए तय किया गया। जेडीयू और आरजेडी का स्पष्ट कहना है कि तीन राज्यों में अपनी हार के लिए कांग्रेस खुद जिम्मेवार है। उनका मानना है कि अगर राज्यों में भी विपक्षी दल साथ मिलकर चुनाव लड़े होते तो शायद नतीजे कुछ और होते। जेडीयू और आरजेडी कांग्रेस पर दबाव बना रहे हैं और कह रहे हैं कि कांग्रेस को क्षेत्रीय दलों को उचित सम्मान देना होगा तभी बीजेपी को मात दिया जा सकता है। दिल्ली में आज होने वाली बैठक में इंडी गठबंधन में शामिल दल इन सभी मुद्दों को उठा सकते हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद, तेजस्वी यादव समेत विपक्षी गठबंधन में शामिल कई दलों के नेता दिल्ली पहुंच गए हैं। मंगलवार को होनेवाली I.N.D.I.A की इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है।लंबे समय से यह चर्चा हो रही थी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विपक्षी गठबंधन का संयोजक बनाया जा सकता है हालांकि तीन बैठकें होने के बावजूद संयोजक के तौर पर उनके नाम पर मुहर नहीं लगी। अब जब आज विपक्ष की चौथी बैठक होने जा रही है तो एक बार फिर पूरे देश की नजर इस बड़ी बैठक पर है।