देश में कोरोना वायरस का नया वैरिएंट जेएन-1 मिलने के बाद सरकारें हरकत में आ गई हैं। केंद्र की ओर से एडवाइजरी जारी होने के बाद बिहार सरकार ने भी अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं, लोगों को डरने या घबराने की बजाय सतर्क रहने और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही अस्पतालों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, सचिव सह राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने विभागीय अधिकारियों के साथ कोरोना से बचाव को लेकर की जाने वाली तैयारियों की समीक्षा की। वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई समीक्षा बैठक में राज्य के सभी सिविल सर्जन, मेडिकल कॉलेजों के अधीक्षक और प्राचार्य शामिल हुए।
इस बैठक के बाद स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार सिंह ने कहा कि केरल सहित देश के कुछ राज्यों में कोरोना के मामलों में वृद्धि हुई है। इसलिए सभी स्वास्थ्य संस्थानों को अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है। ओपीडी में आने वाले संदिग्ध मरीजों का सैंपल (नमूना) लेकर कोविड की जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि बिहार में अभी हर रोज 3 हजार लोगों की कोविड जांच हो रही है। इसकी संख्या बढ़ाने और आरटीपीसीआर जांच करने को कहा गया, ताकि 25 से कम सीटी वैल्यू रहने पर पटना के आईजीआईएमएस में उसकी जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जा सके। पश्चिम चंपारण, गया, मुजफ्फरपुर, शेखपुरा और बेगूसराय को जांच में तेजी लाने को कहा गया। इसके साथ ही हवाईअड्डा एवं भीड़-भाड़ वाले इलाकों में रैंडम जांच होगी।
केंद्र और राज्य सरकार की ओर से पूर्व में जारी सभी निर्देशों मसलन स्क्रीनिंग सैम्पल कलेक्शन, रैंडम सैम्पलिंग, उपचार, डिस्चार्ज आदि का पालन सुनिश्चित किया जाएगा। स्वास्थ्य संस्थानों को अपने यहां की जरूरतों का आकलन कर बीएमएसआईसीएल से दवाओं की मांग करने को कहा गया है।जो लोग खांसी, सर्दी और बुखार व अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं, उन्हें अनिवार्य रूप से मास्क पहनने को कहा गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया बुधवार को बिहार सहित अन्य राज्यों के साथ कोविड से निबटने को लेकर की जाने वाली तैयारियों की समीक्षा करेंगे। वीडियो कांफ्रेंसिंग से होने वाली इस बैठक में बिहार से स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारी शामिल होंगे। इसके साथ ही भारत में कोरोना वायरस का नया वैरिएंट मिलने के बाद बिहार सरकार ने अस्पतालों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।