कैदी के इलाज के नाम पर जेल के भीतर वसूली जा रही थी मोटी रकम

बिहार की जेलों में चल रहे खेल को लेकर सवाल उठते रहे हैं। मामला जमुई से सामने आया है, जहां जेल के भीतर चल रहे बड़े खेल का खुलासा तब हुआ जब जेल में बंद एक कैदी की मौत हो गई। कैदी को देर रात इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया था। परिजनों ने आरोप लगाया है कि कैदी के इलाज के नाम पर जेल के भीतर से उनसे मोटी रकम वसूली जा रही थी।

मृतक कैदी की पहचान गिद्धौर थाना क्षेत्र के संसारपुर गांव निवासी मथुरा यादव के 32 वर्षीय बेटे प्रदीप यादव के रूप में हुई है। प्रदीव यादव जमीनी विवाद में 14 दिसंबर 2023 से जमुई जेल के वार्ड नंबर 3  में बंद था।

परिजनों ने गंभीर आरोप लगाया है कि जमीनी विवाद के मामले में बीते 14 दिसंबर को प्रदीप जेल गया था। जेल से लगातार पैसे की डिमांड की जा रही थी। कई बार फोन पे के माध्यम से पैसा भेजा भी गया था। जिसका स्क्रीनशॉट भी मौजूद है। जेल के अंदर से डॉक्टर के नाम से विकास पांडे ने भी इलाज के नाम पर 2500 रुपए लिए थे।

यह भी आरोप है कि जेल के अंदर प्रदीप की पिटाई की गई है, जिससे उसकी मौत हो गई। बीमार प्रदीप को किसी बड़े अस्पताल में रेफर करने की मांग की थी लेकिन जेल प्रशासन इसके लिए तैयार नहीं हुआ। कैदी की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

कैदी के इलाज के नाम पर जेल के भीतर वसूली जा रही थी मोटी रकम