लोकसभा चुनाव में कुछ दिन का समय शेष बचा हुआ है। ऐसे में इस चुनाव को लेकर इंडी गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर अब तक कोई फार्मूला तय होता नहीं दिख रहा है। इसको लेकर इस गठबंधन में शामिल अलग -अलग दल अपने स्तर पर बैठक कर रही है। आज देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस आज महामंथन करने जा रही है।
कांग्रेस की नेशनल अलायंस कमेटी ने 29-30 दिसंबर को मैराथन मंथन किया। इसमें पार्टी ने 10 राज्यों में अपने प्रदेश अध्यक्षों और विधायक दल के नेताओं से कहा कि पार्टी 335 सीटों पर खुद के दम पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस गठबंधन वाले 9 राज्यों में अपने लिए ज्यादा सीटे इंडी गठबंधन से मांगेगी। आज कांग्रेस सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के साथ होने वाले महामंथन में इसे अंतिम रूप दिया जा सकता है।
कांग्रेस इस बार के लोकसभा चुनाव में कम से कम 335 सीटों को लेकर अपनी दावेदारी ठोक सकती है। कांग्रेस का मानना है कि वो राजस्थान,मध्य प्रदेश और गुजरात में अकेले ही सभी सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। यहां उन्हें गठबंधन की जरूरत नहीं है। हालाँकि, इनमें से कुछ जगह पर आरएलडी, समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी ने कई सीटों को लगातार अपना दावा ठोक रही है। कांग्रेस को समझौता करना पड़ सकता है।
कांग्रेस कमेटी की बैठक में बिहार, बंगाल, झारखंड, दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल के नेताओं से कहा है कि इंडी गठबंधन में सीट शेयरिंग पर अंतिम फैसला लोकसभा की तस्वीर को ध्यान में रखकर किया जाएगा। इसके साथ ही कांग्रेस ने गठबंधन दलों के साथ तालमेल के लिए कुछ मानक तय किए हैं। इस मुताबिक, जिन संसदीय सीटों पर पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी दूसरे स्थान पर थे, उन पर समझौता नहीं होगा।