बिहार में हुए सत्ता परिवर्तन और नीतीश कुमार के महागठबंधन के पाले से निकलकर बीजेपी के साथ जाने के घटनाक्रम पर टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने भाजपा और नीतीश कुमार को घेरा है। सिन्हा ने कहा कि- जो लोग नीतीश कुमार को पलटूराम कह रहे हैं, तो सही मायनों में पलटूराम कौन हैं। पलटूराम वो लोग हैं। जो कहते थे पगड़ी तभी उतारूंगा…..जब तक नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से न उतार दूं। पलटूराम वो हैं जो कहते थे कि नाक भी रगड़ लें। तब भी बीजेपी के दरवाजे नहीं खुलेंगे। अमित शाह जिन्हें बीजेपी की चाणक्य की संज्ञा दी जाती है। वो कहते थे अब कभी भी नीतीश कुमार के लिए भाजपा के दरवाजे नहीं खुलेंगे। ऐसी क्या मजबूरी थी।
टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि चुनाव की घड़ी पास आ गई है। मुझे लगता है कि नीतीश के पाला बदलने से सबसे ज्यादा फायदा तेजस्वी यादव का हुआ है। उन्होने कितना सधा हुआ स्टेटमेंट दिया। सुलझे हुए नेता उभरकर सामने आए हैं। लोगों की सहानभूति तेजस्वी के साथ है। वादे के मुताबिक जब तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने की घड़ी आई तो नीतीश कुमार रस्सी खींच ली और दूसरे पाले में चले गए।