नीतीश कुमार के नेतृत्व में नयी सरकार ने सोमवार को विश्वास मत हासिल कर लिया. सदन में हुई वोटिंग में नीतीश कुमार के पक्ष में 129 मत पड़े. लेकिन वोटिंग से पहले अपने भाषण में नीतीश कुमार ने राजद और इंडिया गठबंधन को लेकर कई राज खोले.
नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने जब राजद के साथ सरकार बनायी थी तो तेजस्वी और उनकी पार्टी के लोगों की इज्जत करते थे. लेकिन बाद में पता चला कि वे लोग सरकार में रहकर कमाई कर रहे थे. आज तक मेरी सरकार में ऐसा कभी नहीं हुआ. राजद ने सरकार में बहुत गलत काम किया.
नीतीश कुमार ने कहा – सरकार से हटने के बाद भी राजद खेल कर रही थी. सारे विधायकों को बंद करके रखा गया था. बीजेपी और जेडीयू के विधायकों को पैसा दिया जा रहा था. नीतीश बोले-कहां से आया विधायकों को देने के लिए पैसा. हम इस पूरे मामले की जांच करायेंगे.
नीतीश कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव दावा कर रहे हैं कि शिक्षक नियुक्ति उनके कारण हुई. जबकि शिक्षकों की नियुक्ति का फैसला तो तब ही हो चुका था जब बीजेपी और जेडीयू की सरकार थी. आरजेडी ने जबरदस्ती शिक्षा विभाग लिया था. लेकिन वे लोग शिक्षा विभाग में काम करने के बजाय सारे काम को रोक रहे थे. आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ. इससे पहले भी जब महागठबंधन की सरकार बनी थी तो उस समय कांग्रेस के पास शिक्षा विभाग हुआ करता था. लेकिन कांग्रेस ने गड़बड़ी नहीं की थी.
नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें इंडिया गठबंधन मजबूरी में छोड़ना पड़ा. कांग्रेस मेरी बात मान रही थी. बाद में पता चला कि कांग्रेस को मुझसे तकलीफ है. ये भी पता चला कि तेजस्वी यादव के पिता लालू प्रसाद यादव भी कांग्रेस के साथ हैं. तब मैंने ये फैसला लिया कि मैं पुरानी जगह पर लौट जाऊं. अब हम पुरानी जगह पर आ गये हैं तो सब दिन के लिए आ गये हैं. हम किसी का नुकसान नहीं करेंगे. सबके हित में काम करेंगे. लोगों के विकास के लिए, बिहार के हित में काम करते रहेंगे.
नीतीश ने कहा कि बिहार में कांग्रेस को राजद ने नुकसान पहुंचाया. हम तो कह रहे थे कि कांग्रेस के 19 विधायक हैं, उन्हें दो से ज्यादा मंत्री पद मिलना चाहिये. लेकिन कांग्रेस तो राजद के साथ आयी थी. राजद दो से ज्यादा मंत्री पद देने को तैयार नहीं थी. हमारे पास कांग्रेस के लोग कहने आते थे कि और मंत्री पद दीजिये. हम कहते थे कि जाकर राजद से बात कर लीजिये.
नीतीश कुमार ने विधानसभा में कहा कि 2005 में मेरे सत्ता में आऩे से पहले पहले तेजस्वी के पिता और मां को 15 साल तक काम करने का मौका मिला तो क्या होता था बिहार में. क्या बिहार में शाम में कोई भी आदमी घर से बाहर निकलता था. अब 11-12 बजे रात तक महिलायें घूमती हैं. उस समय कितनी लड़कियां स्कूल में जाती थी. आज स्कूलों में लड़का और लड़की बराबर है.
क्या लालू यादव औऱ राबड़ी देवी के राज में बिहार में कहीं कोई सड़क था, रास्ता था. राजद के लोग दावा करते हैं कि उनके साथ मुस्लिम है. लेकिन वे बतायें कि उनके समय कितना हिन्दू मुस्लिम का झगड़ा होता था. हम आये तो कहां गया हिन्दू मुस्लिम झगड़ा. मैंने समाज के हर तबके के उत्थान के लिए काम किया है.