बिहार के अलग -अलग शहरों को सीधा पटना से जोड़ने के लिए राज्य की सरकार काफी तत्परता से काम कर रही है। लगातार सड़क निर्मांण करवाए जा रहे हैं और अब वाहनों की भी सुविधा को लेकर सरकार योजना बना रही है। अलग -अलग शहरों से पटना को बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए नीतीश सरकार ने नई बसें चलाने का फैसला किया है।
पटना से राज्य के 54 शहरों के लिए नई बसें चलाने की योजना है। ये बसें पटना से विभिन्न मार्गों और छोटे शहरों-कस्बों को जोड़ते हुए गंतव्य शहर तक चलेंगी। इन रूटों पर बसों के परिचालन को लेकर रिक्तियों को सार्वजनिक करने के बाद आगे की प्रक्रिया भी पूरी की गई है। राज्य के 120 मार्गों पर नई बसें चलाने की योजना पर अमल शुरू हो गया है। इन मार्गों पर 376 बसों की जरूरत है।
पटना से सम्बद्ध रुटों पर यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। लेकिन, जरूरत के अनुसार इन मार्गों पर बसों का परिचालन नहीं हो पा रहा है। लिहाजा, राज्य सरकार ने पटना से जुड़े मार्गों पर नई बसों का परिचालन करने की योजना बनाई। पिछले दिनों यह बातें सामने आई थी कि राजधानी आने वाले लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इन्ही बातों को ध्यान में रखते हुए सरकार के तरफ से यह योजना तैयार की जा रही है।
सरकार के तरफ से भागलपुर, बांका, पूर्णिया, सीतामढ़ी, गोपालगंज, सीवान, खगड़िया, मधेपुरा, भभुआ, बेगूसराय, मझुबनी, सुपौल, दरभंगा, समस्तीपुर, किशनगंज, मुंगेर, बेतिया, सासाराम, जयनगर, औरंगाबाद, नवादा के लिए नई बस चलाई जाने की योजना है। इसके अलावा देव, आदापुर, लौकहा, वीरपुर, डेहरी, लहेरियासराय, झंझारपुर, पाली, तेलपा, जमालपुर, मधवापुर, पिपरौन, बेला, परसौनी, कुनौली, अंधरामठ, मधेपुर, विशुनपुरा, सिकटा, अख्ता, भिट्ठामोड़, भिसुआ बाजार, रसियारी, गोह, सिकन्दरा, निर्मली, कुचाईकोट, साहरघाट, कटैया, पगड़ा, जन्दाहा, चेनारी, कौआकोल के लिए भी नई बस चलाई जाएगी। ये बसें बैरिया बस स्टैंड, फुलवारी बस टर्मिनल और गांधी मैदान से खुलेंगी।