लोकसभा चुनाव के बाद जेडीयू को पहला बड़ा झटका लगा है। आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे अजीत सिंह ने जेडीयू को अलविदा कह दिया है। जेडीयू से इस्तीफा देने के बाद वह आरजेडी में शामिल हो गए हैं। संभावना है कि अजित सिंह अपने भाई सुधाकर सिह की सीट से आरजेडी के टिकट पर विधानसभा का उपचुनाव लड़ सकते हैं।
बक्सर लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर पूर्व मंत्री और आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह अब सांसद बन गए हैं। सुधाकर सिंह ने रामगढ़ विधानसभा सीट से विधायक रहते लोकसभा का चुनाव लड़ा था। अब वे सांसद निर्वाचित हो गए हैं उन्हें रामगढ़ की विधायकी से इस्तीफा देना होगा और इस सीट पर उपचुनाव कराया जाएगा। जिसको देखते हुए आरजेडी ने अपनी रणनीति तय कर ली है।
आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह के भाई अजित सिंह लोकसभा चुनाव के दौरान ही आरजेडी छोड़कर जेडीयू में शामिल हुए थे लेकिन अब एक बार फिर उनकी घर वापसी हो गई है। अजित सिंह ने जेडीयू से इस्तीफा दे दिया है और लालू प्रसाद के जन्मदिन के मौके पर उन्होंने आरजेडी की सदस्यता ग्रहण कर ली। माना जा रहा है कि रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में आरजेडी अजित सिंह को अपना उम्मीदवार बना सकती है।
आरजेडी में वापसी के बाद अजित सिंह ने कहा कि पिछले 15 वर्षों से पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करता आया हूं और दावा करता हूं कि रामगढ़ से चुनाव जीत कर दिखाउंगा। पार्टी ने जिस किसी को टिकट दिया उसके लिए प्रचार किया है। रामगढ़ उपचुनाव में पार्टी जो भी फैसला लेगी मान्य होगा।