बीमा भारती विधान सभा उपचुनाव लड़ने जा रही हैं। लालू यादव ने उन्हें टिकट देकर रूपौली लड़ने के लिए भेजा है।
बीमा भारती जेडीयू की विधायक थी। 2020 में चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची। 2000 से ही यह चुनाव लड़ती और हारती जीतती रही हैं।
जनवरी में जब राजद और जेडीयू का गठबंधन टूटा तब बीमा भारती लालू यादव के कैंप में चली गई। हालांकि, विश्वास प्रस्ताव के दिन बीमा भारती को पुलिस साथ लेकर विधानसभा पहुंची थी और उसी दिन आर्म्स एक्ट में पति अवधेश मंडल को गिरफ्तार भी किया।
बीमा भारती राजद में औपचारिक तौर पर शामिल हुई और लोकसभा का चुनाव लड़ने पहुंच गई। हालांकि इस पूर्णिया सीट पर पप्पू यादव महागठबंधन का उम्मीदवार बनना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया। लेकिन लालू यादव के वीटो की वजह से वो कांग्रेस का समर्थन नहीं पा सके और निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत हासिल कर लिया और बीमा भारती की जमानत जब्त हो गई।
जिस रूपौली से बीमा उपचुनाव लड़ने जा रही हैं वहां उपचुनाव इनके पाला बदलने की वजह से ही हो रहा है। 2020 में बीमा जेडीयू के टिकट पर 20 हजार वोट से जीती थी। जबकि लोकसभा चुनाव के दौरान रूपौली में बीमा को कुल वोट मिले 10 हजार 968
जबकि इसी रूपौली में पप्पू यादव को 72 हजार और जेडीयू के संतोष कुशवाहा को 97 हजार वोट मिले। इतना ही नहीं राजद ने
बीमा भारती को उम्मीदवार बनाया है। जिस दिन उनके बेटे के खिलाफ जांच में हत्या के लिए सुपारी देने की बात सामने आई है। पुलिस सरकारी फ्लैट में पहुंच गई थी दिन में तलाश करने। पति को पुलिस किसी भी वक्त गिरफ्तार कर सकती है। पता नहीं किस रणनीति के तहत राजद ने उम्मीदवार बनाया। अब देखना यह है कि राजद का ये दांव उल्टा पड़ सकता है या बीमा मैदान में सफल होती है।