बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र के लिए सरकार ने अपनी स्वीकृति दे दी है। कैबिनेट की बैठक में मानसून सत्र को लेकर सरकार ने हरी झंडी दे दी है। 22 से 26 जुलाई तक बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र चलेगा। सत्र के दौरान कुल पांच बैठकें होंगी।
सरकार के गठन के बाद लोकसभा के मानसून सत्र के बीच बिहार में भी मानसून सत्र का आगाज होगा। पांच दिनों तक चलने वाले सत्र के दौरान सरकार कई अहम विधेयकों को सदन के पटल पर रखेगी और दोनों सदनों से उन्हें पारित कराने की कोशिश करेगी।
22 जुलाई को राज्यपाल के अभिभाषण के साथ मानसून सत्र का आगाज हो जाएगा। सोमवार से शुरू होकर शुक्रवार तक चलने वाले मानसून सत्र के दौरान विपक्ष विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा। कैबिनेट से स्वीकृति मिलने के बाद अब विधानसभा सचिवालय जल्द पूरा शेड्यूल जारी करेगा।
पिछले साल 10 जुलाई से शुरू होकर 14 जुलाई तक मानसून सत्र आयोजित किया गया था। उस वक्त नीतीश कुमार आरजेडी के साथ थे और महागठबंधन की सरकार थी जबकि बीजेपी विपक्ष की भूमिका में थी। पांच दिनों तक चले सत्र के दौरान बीजेपी ने अलग-अलग मुद्दों पर सरकार को घेरा था। तत्कालीन शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक के बीच विवाद के अलावा शिक्षक नियुक्ति और डोमिसाइल नीति को लेकर सदन में काफी बवाल हुआ था।