बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने का कारण यूपीए सरकार को बताया चिराग पासवान ने

 देश में आज आम बजट पेश कर दिया गया। बजट को लेकर सत्तारूढ़ दल के नेता का मानना है कि सभी लोगों का ध्यान रखा गया है और बिहार का भी ख्याल रखा गया है। वजह है कि बिहार को तीन बड़ी योजनाओं के लिए 58 हजार करोड़ से अधिक की राशि आवंटित की गई है। बिहार में सड़कों का जाल बिछाने के लिए 26 हजार करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। पावर प्रोजेक्ट्स के लिए 21400 करोड़ आवंटित हुए हैं। हालांकि, विपक्ष विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर टिकी हुई है। अब इस मामले में केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने पलटवार किया है।

बिहार को मिले तोहफों पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि विशेष राज्य के दर्जे को लेकर बिहार में छिड़ी जंग पर बोलते हुए चिराग पासवान ने कहा कि बिहार को आज विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला तो उसकी जिम्मेदार यूपीए सरकार है। चिराग ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि, “जो कह रहे हैं कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला, ये वही विपक्ष के लोग हैं, जिनकी सरकार में, UPA की सरकार में नीति आयोग में इस तरह के प्रावधान किए गए थे जिसके बाद किसी भी राज्य को विशेष राज्य का दर्जा मिलना लगभग नामुमकीन हो गया था।”

चिराग ने कहा कि हमारी मांग थी कि जब तक विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलता, हमें विशेष पैकेज दिया जाए। इसके लिए मैं पीएम मोदी और वित्त मंत्री का धन्यवाद करता हूं।चिराग ने आगे कहा कि इस बजट में बिहार प्रथम, बिहारी प्रथम को धरातल पर उतारने का प्रावधान किया गया है। यह समावेशी बजट है। मैं मानता हूं कि विकसित भारत के निर्माण में यह बजट बहुत सहायक सिद्ध होगा।

 

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने का कारण यूपीए सरकार को बताया चिराग पासवान ने