आरक्षण को 9वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर तेजस्वी यादव ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा के आदमियों ने बिहार में आरक्षण को बढ़ने से रोकने का काम किया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि केंद्र सरकार अध्यादेश लाकर विसनगतियों को दूर करें। उन्होंने नीतीश कुमार को भी इशारों ही इशारों में ऑफर देते हुए कहा कि यदि केंद्र की सरकार नीतीश कुमार की बात नहीं मान रही है तो नीतीश कुमार सरकार गिरा दें।
आरक्षण को 9वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर तेजस्वी यादव पत्रकार वार्ता कर रहे थे। तेजस्वी ने कहा कि राज्यसभा में सांसद मनोज झा ने आरक्षण को 9वीं अनुसूची में डालने को लेकर प्रश्न पूछा था लेकिन बीजेपी की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया। इसके आगे कहा कि महागठबंधन की सरकार ने देश में पहली बार किसी राज्य में जाति आधारित गणना करवाई और 65% आरक्षण व्यवस्था लागू की लेकिन भारतीय जनता पार्टी के लोग अपने आदमियों से कोर्ट में खड़ा कराकर इसे रोकने करने का प्रयास किया। हम तो बिहार के सीएम नीतीश कुमार से सवाल करना चाहते हैं कि जातीय गणना पूरे देश में होना चाहिए यही मुख्यमंत्री ने भी कहा था। हम उनसे यह पूछना चाहते हैं कि क्या सीएम पूरे देश में जातीय गणना चाहते या नहीं ? अगर इस बार भी केंद्र सरकार उनकी बात नहीं मानती है तो उनको सरकार गिरा देना चाहिए। लेकिन, वो सिर्फ सत्ता का मौज ले रहे हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि आरक्षण की सीमा 65% बढ़ाने को लेकर उन लोगों ने केंद्र सरकार से अपील की थी इसे 9वीं अनुसूची में शामिल किया जाए। तमिलनाडु की तर्ज पर इसे भी 9वीं अनुसूची में शामिल किया जाए। ताकि कोई छेड़छाड़ ना कर सके। तेजस्वी ने कहा कि केंद्र में नीतीश कुमार ताकतवर हैं और साथ थे तभी आरक्षण का दायरा बढ़ा था। उनको भाजपा पर दवाब बनाना चाहिए और बात नहीं मानी जाती है तो सरकार गिरा देना चाहिए ।