अशोक गहलोत और सचिन पायलट का झगड़ा सुलझा नहीं…

अशोक गहलोत और सचिन पायलट का झगड़ा सुलझा नहीं PATNA 02.12.11 – राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में प्रवेश से पहले गहलोत और पायलट गुट के बीच चल रही बयानबाजी की गर्मी को केसी वेणुगोपाल ने ठंडा करने में कामयाबी जरूर हासिल की. वेणुगोपाल ने दोनों नेताओं का हाथ उठा कर एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की लेकिन एबीपी न्यूज़ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गहलोत और पायलट का झगड़ा सुलझा नहीं है. दोनों नेताओं के मतभेद अब भी रह गए हैं.

सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट कांग्रेस आलाकमान पर उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने के लिए दबाव बना रहे हैं. बीते दिनों उन्हें महासचिव बनाने का ऑफर दिया गया, जिसके लिए वो तैयार नहीं हुए. पायलट के करीबी नेताओं का दावा है कि उन्हें आखिरी के एक साल में सीएम बनाए जाने का वादा किया गया था.

कुछ दिनों बाद एक कार्यक्रम में पीएम मोदी के गहलोत को अनुभवी नेता बताए जाने पर पायलट ने सवाल खड़े करते हुए गहलोत की तुलना कांग्रेस छोड़ने वाले गुलाम नबी आजाद से कर दी थी. वहीं गहलोत ने एक इंटरव्यू में पायलट के 2020 में की गई बगावत का जिक्र कर नए सिरे से उन्हें गद्दार बता दिया.

दूसरी तरफ सितंबर में हुई बगावत के मामले में कार्रवाई ना होने से नाराज अजय माकन ने राज्य के प्रभारी पद से इस्तीफा दे दिया. ऐसे में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में प्रवेश करने से पहले माहौल ठीक करना जरूरी था जिसके लिए संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल जयपुर पहुंचे थे.

राहुल गांधी ने गहलोत और पायलट को कांग्रेस की ताकत बताया और वेणुगोपाल के दौरे के बाद फिलहाल दोनों गुटों ने बयानबाजी बंद कर दी लेकिन अंदरखाने विवाद जस का तस है. सबका ध्यान राहुल की पदयात्रा को कामयाब बनाने पर है, लेकिन सबसे बड़ी चुनौती कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के सामने है क्योंकि विधानसभा चुनाव के नतीजे और राहुल की पदयात्रा के राजस्थान से निकलने के बाद सबसे मुश्किल फैसला उन्हीं को करना है.

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