आतंकवाद निरोधी दस्ते के हाथ चढ़ा तस्कर..
नगर थाने के बुधनपुरवा मुहल्ले का निवासी..
यूपी तक जा रही हथियारों की खेप..
उत्तर प्रदेश पुलिस ने की कार्यवाई..
बक्सर से कपीन्द्र किशोर की रिपोर्ट..
17/2/2022
बक्सर जिले में अवैध हथियार के एकाएक कई मामलें मिलने से जहाँ पुलिस बल चौकन्ना हो गया है वह़ी.. जिले के हथियार तस्कर अब दुसरे राज्यों में भी जा कर तस्करी करने लगे है..ताजा मामले में बक्सर के एक युवक को उत्तर प्रदेश में आतंकवाद निरोधी दस्ते के द्वारा हथियारों की खेप के साथ पकड़ा गया है. उसके पास से असलहे और कारतूस बरामद हुए. इस कार्रवाई के बाद इस बात की संभावना बलवती हो गई है कि जिले में हथियारों का अवैध कारोबार तेज़ी से फल-फूल रहा है. मामले में नगर थाने के प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि नगर के बुधनपुरवा निवासी शिव सत्या उर्फ माझिल नामक व्यक्ति को दिलदारनगर थाना क्षेत्र में वाराणसी एटीएस के द्वारा गिरफ्तार किया गया तथा पते की पुष्टि के लिए उन्हें फोन किया गया था.
घटना के बारे में दिलदार नगर थाना क्षेत्र के थाना निरीक्षक कमलेश पाल ने बताया कि आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) टीम के निरीक्षक विजय प्रताप सिंह को गुप्त सूचना मिली थी कि बक्सर नगर थाना क्षेत्र के बुधन पुरवा निवासी असलहा तस्कर अवैध पिस्टल व मैगज़ीन लेकर दिलदार नगर में बेचने के लिए किसी ट्रेन से पहुंच रहा है सूचना मिलने के बाद स्टेशन के आसपास निगरानी की जाने लगी, इसी बीच टीम ने स्टेशन रोड के विद्युत उपकेंद्र के समीप उसे पैदल जाते हुए धर-दबोचा. उसके पास मौजूद बैग की तलाशी लेने पर पांच पिस्टल एवं 10 मैगजीन जब्त किया गया. पकड़े गए अभियुक्त विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई के बाद उन्हें न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करते हुए जेल भेज दिया गया.
शिव सत्या उर्फ माझिल यादव के बड़े भाई बबलू यादव को जब पुलिस ने इस बात की जानकारी दी तो उन्होंने कहा कि माझिल मौसी के घर जाने की बात कहकर घर से निकला था लेकिन, बुधवार की शाम उसके हथियारों के साथ पकड़े जाने की सूचना मिली. पुलिस से पूछताछ में शिव सत्या उर्फ माझिल ने बताया कि उसने यह पिस्टल भागलपुर के जमालपुर से खरीदे थे जिनमें से तीन पिस्टल बक्सर तथा दो दिलदारनगर क्षेत्र में बेचना था. एक पिस्टल वह 25 हज़ार में बेचता था. पिछले वर्ष अपहरण के मामले में बिहार के मॉडल थाना पुलिस ने उसे जेल भेजा था तथा जेल में ही उसे औरंगाबाद के एक असलहा तस्कर से मुलाकात हो गई, जिसके बाद जेल से छूटने के पश्चात वह इसी कार्य में जुट गया.