इंडिया सिटी लाइव 6 फरवरी : भक्त चरण दास (बिहार कांग्रेस प्रभारी ) ने बिहार में अपनी पहले किसान सत्याग्रह यात्रा को सफल करार दिया है. 27 जनवरी से लेकर 5 फरवरी तक बिहार के 14 जिलों में किसान सत्याग्रह यात्रा कर पटना लौटने के बाद भक्त चरण दास ने कहा कि बिहार में किसानों का कोई सम्मान नहीं है. यहां गन्ने की कीमत 4 सालों में नहीं बढ़ी है. साथ ही धान अधिप्राप्ति में सरकार का दूसरे राज्यों की तुलना में काफी कम है. भक्त चरणदास ने कहा कि बिहार में किसानों (Farmer) को पिछले साल 2500 करोड़ रुपये से अधिक का घाटा हुआ है. यहां किसानों का प्रति परिवार मासिक आय 3600 है जो काफी कम है.
बिहार कांग्रेस प्रभारी ने माना कि बिहार में किसान आंदोलन कमजोर है जिसका कारण नेतृत्व का अभाव है. बिहार कांग्रेस प्रभारी ने माना कि किसान सत्याग्रह यात्रा के दौरान उनकी उपस्थिति में कुछ जिलों में नेताओं ने रोष जाहिर किया. ये नेता वैसे थे जो बिहार विधानसभा चुनाव के समय टिकट नहीं मिलने से नाराज थे. बिहार प्रभारी ने कहा कि बिहार कांग्रेस में कमजोरियां हैं जिसका कारण पार्टी स्तर पर बड़ती गई कई चूक है.
सत्याग्रह यात्रा को सफल करार दिया है. 27 जनवरी से लेकर 5 फरवरी तक बिहार के 14 जिलों में किसान सत्याग्रह यात्रा कर पटना लौटने के बाद भक्त चरण दास ने कहा कि बिहार में किसानों का कोई सम्मान नहीं है. यहां गन्ने की कीमत 4 सालों में नहीं बढ़ी है. साथ ही धान अधिप्राप्ति में सरकार का दूसरे राज्यों की तुलना में काफी कम है. भक्त चरणदास ने कहा कि बिहार में किसानों को पिछले साल 2500 करोड़ रुपये से अधिक का घाटा हुआ है. यहां किसानों का प्रति परिवार मासिक आय 3600 है जो काफी कम है.
बिहार कांग्रेस प्रभारी ने माना कि बिहार में किसान आंदोलन कमजोर है जिसका कारण नेतृत्व का अभाव है. बिहार कांग्रेस प्रभारी ने माना कि किसान सत्याग्रह यात्रा के दौरान उनकी उपस्थिति में कुछ जिलों में नेताओं ने रोष जाहिर किया. ये नेता वैसे थे जो बिहार विधानसभा चुनाव के समय टिकट नहीं मिलने से नाराज थे. बिहार प्रभारी ने कहा कि बिहार कांग्रेस में कमजोरियां हैं जिसका कारण पार्टी स्तर पर बड़ती गई कई चूक है.