भोजपुरी कला संरक्षण मोर्चा द्वारा भोजपुरी चित्रकला को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने के लिए कल देर शाम वीर कुँवर सिंह स्टेडियम,आरा में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में स्थानीय कलाकारों के अलावा विभिन्न राजनीतिक और सांस्कृतिक संघटनों के 50 से ज्यादा सक्रिय सदस्य उपस्थित थे। बैठक की अध्यक्षता और विषय प्रवेश करते हुए मोर्चा के संयोजक भास्कर मिश्र ने कहा कि हमारा विरोध किसी भी अन्य संस्कृति या कला से नहीं बल्कि अपनी संस्कृति के लिए सम्मान की रक्षा के लिए यह आंदोलन है।मंच संचालन करते हुए वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और रंगकर्मी अशोक मानव ने कहा कि यह आंदोलन समस्त भोजपुरी भाषी लोगों का है।एक बार सफलता मिलने के बाद पीढ़ियों तक इसका लाभ मिलेगा। चित्रकार रौशन राय ने कहा कि भोजपुरी चित्रकला के अंतर्गत हमारे घरों में शुभ अवसर पर बनने वाला कोहबर एवं पीड़िया मुख्य रूप से आता है।पूर्व वार्ड पार्षद डॉ जितेंद्र शुक्ल ने कहा कि चरणबद्ध तरीके से चल रहे इस आंदोलन को और तीव्र करने की आवश्यकता है इसके लिए स्थानीय सांसद सह मंत्री और विधायक सह मंत्री जी का सहयोग अपेक्षित है।वरिष्ठ भाजपा नेता। श्री अखिलानंद ओझा ने कहा कि इस कार्य को सफल बनाने के लिए पूर्व मध्य रेलवे के जी एम या डी आर एम महोदय से व्यक्तिगत तौर पर मिलने से बात बन सकती है।रंगकर्मी संजय कुमार पॉल ने कहा कि आंदोलन को तीव्र और समाज के हर तबके के लोग को जागरूक करने के लिए मशाल जुलूस निकाला जाए।रंगकर्मी सुधीर शर्मा ने कहा कि जी एम या डी आर एम महोदय को रंगारंग प्रदर्शन करते हुए आरा भ्रमण के दौरान भोजपुरी चित्रकला उपहार स्वरूप दिया जाए।रंगकर्मी बम ओझा ने कहा कि समाज के प्रबुद्ध साहित्यकारों, चित्रकारों, कलाकारों एवं पत्रकारों को भी इस आंदोलन से जोड़ा जाए।रंगकर्मी श्याम शर्मीला ने कहा कि वरीय अधिकारियों से मिलने के बाद अगर सकारात्मक परिणाम नहीं आये तभी हमलोग कठोर पहल करें।रंगकर्मी किशन सिंह ने कहा कि बिना कठोर और सक्रिय आंदोलन के रेल प्रशासन हमारी बात नहीं सुनेगा।रंगकर्मीमनोज सिंह ने कहा कि हमें गाँधी जी के अहिंसात्मक आंदोलन के स्वरूप से ही निश्चित विजय प्राप्त होगी।प्रदर्शन के दौरान अभियान गीत की भी प्रस्तुति कलात्मक ढंग से की जाएगी।जदयू के अभय विश्वास भट्ट ने कहा कि स्थानीय सांसद और विधायक महोदय द्वारा इस मुद्दे पर मौन धारण करना अत्यंत दुखद है।मोर्चा के कोषाध्यक्ष कमलेश कुंदन ने कहा कि हर भोजपुरिया के घर में भोजपुरी चित्रकला का चित्रांकन होना चाहिए।ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका महत्व समझ सकें।सामाजिक कार्यकर्ता अनिल राज ने कहा कि रेल प्रशासन द्वारा सकारात्मक आश्वासन नहीं मिलने पर पूरे शहर में रंग जुलूस निकालकर लोगे को और संवेदनशील बनाने की जरूरत है।धन्यवाद ज्ञापन करते हुए मोर्चा के उप संयोजक विजय मेहता ने कहा कि अब आर पार की लड़ाई की स्थिति में यह आंदोलन आ गया है। 22 दिनों से चल रहे इस आंदोलन पर अबतक कोई भी निर्णय नहीं लिया जाना यह साबित करता है कि रेलवे प्रशासन कान में तेल डाल कर सोया है। सर्वसम्मति से कल से आरा रेलवे स्टेशन पर दो दिवसीय उपवास का निर्णय लिया गया।वरिष्ठ रंगकर्मी रवींद्र भारती ने कहा कि वरीय अधिकारियों की उदासीनता हमारे कलाकारों के उत्साह को आक्रोश में परिणत होने पर मजबूर कर देगा।बैठक को सफल बनाने में वरिष्ठ रंगकर्मी कृष्णेन्दु,संजय कुमार सिंह, किशन सिंह,संजय सिंह, के पी शास्त्री, भरत आर्य,शालिनी श्रीवास्तव, प्रशंसा पटेल, राजू कुमार मिश्र, मो महबूब आलम,सुनील पाठक, हरिश्चंद्र शाह,रतन देवा, कमलदीप कुमार संजय राय,संस्कार कृष्ण,मनोज श्रीवास्तव आदि प्रमुख थें।