बिहार इंटरमीडिएट की परीक्षा शुरू- राज्य के 1473 केंद्रों पर आज से दो पालियों में इंटरमीडिएट की परीक्षा

इंडिया सिटी लाइव 1फरवरी :आज से दो पालियों में इंटरमीडिएट की परीक्षा राज्य के 1473 केंद्रों पर आयोजित हो रही है.परीक्षा में 13 लाख 50 हजार 507 परीक्षार्थी शामिल होंगे. जिसमें आर्ट स्ट्रीम के 7 लाख 30 हजार 569 परीक्षार्थी , साइंस स्ट्रीम में पांच लाख 45 हजार 401 और कॉमर्स स्ट्रीम में 74 हजार 24 परीक्षार्थी शामिल होंगे. परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों को सिर्फ प्रवेश पत्र, पानी का बोतल, काला व ब्लू पेन, मास्क और हैंड सेनेटाइजर ही केंद्र में ले जाने की इजाजत होगी. इंटर की परीक्षा कुल दो पालियों में होगी. पहली पाली की परीक्षा का समय – सुबह 9:30 बजे से 12:45 बजे तक होगी. इसी प्रकार दूसरे पाली की परीक्षा दोपहर 01:45 बजे से शाम 5:00 बजे तक आयोजित की जाएगी. इन परीक्षाओं में छात्रों से ओएमआर उत्तर पत्रिका परीक्षा शुरू होने से डेढ़ घंटे बाद ले ली जाएगी वही उत्तर पत्रिका परीक्षा के अंत में ली जाएगी.परीक्षा केन्द्र में कैलकुलेटर, मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, ईयरफोन या अन्य इलेक्ट्रानिक गैजेट्स आदि लाना/प्रयोग करना वर्जित है.

इसको लेकर सभी प्रकार की तैयारी पूरी कर ली गई हैं.इंटर की परीक्षा को लेकर सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा की व्यवस्था की गई है. परीक्षा के दौरान प्रति पांच सौ छात्रों पर एक वीडियोग्राफर रहेगा. कोरोना काल मे आयोजित होने वाली इस परीक्षा में जहां मास्क लगाना अनिवार्य है वहीं सभी केंद्रों पर परीक्षार्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग भी की गई. कदाचार मुक्त परीक्षा के आयोजन को लेकर पर्याप्त संख्या में केंद्रों पर पुलिस बलों और मजिस्ट्रेट की भी प्रतिनियुक्ति की गई है. इंटरमीडिएट परीक्षा को लेकर बीएसईबी द्वारा कंट्रोल रूम बनाया गया है जो सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक चलेगा. 30 जनवरी से शुरू हुआ यह कंट्रोल रूम 13 फरवरी तक काम करेगा किसी तरह की दिक्कतें होने पर 612-2230009 पर संपर्क कर सकते हैं.

ठंड को देखते हुए बीएसईबी ने इस बार परीक्षार्थियों को परीक्षा के दौरान जूता-मौजा पहनने की छूट दी है लेकिन कदाचार को रोकने को लेकर पहले की तरह ही सख्ती बरती जा रही है. राज्य में कुल साढ़े 13 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी परीक्षा में भाग ले रहे हैं. परीक्षा को लेकर पटना जिला में भी 85 केंद्र बनाए गए हैं. कदाचार रोकने के लिए सभी सेंटर्स पर सीसीटीवी भी लगाए गए हैं. सभी जिलों में परीक्षा को लेकर चार-चार मॉडल केंद्र भी बनाए गए हैं साथ ही सेंटर के आसपास की गतिविधियों पर नजर रखने की जिम्मेदारी फ्लाइंग स्क्वायड को दी गई है.