गांव में फैला मातमी सन्नाटा..
नहीं जले चुल्हे…गलियां विरान..
एक साथ छः लोगों को खोने के गम में डूबा बक्सर का आमसारी गांव..
बक्सर से कपीन्द्र किशोर..
28/1/2022
बक्सर के आमसारी गांव में दुसरे दिन भी मातमी सन्नाटा फैला हुआ है..अपनो के खोने के गम में पुरा गांव विरान सा दिख रहा है..कई घरों में चूल्हे नहीं जले है तो कई जगहों से रोने चित्कारनें की आवाजें आ रही है..वही आज एक और व्यक्ति के मौत की खबर ने गांंव में सन सनी फैला दी…
जहां एक ओर सुबे में नीतीश कुमार शराबबंदी को लेकर काफी सख्त दिख रहे हैं वही बक्सर जिले में भी छः मौते होने से एक बार फिर सरकार सकते मे है…परिस्थितियों ने शासन के सामने सवाल खड़े कर दिए हैं ..26जनवरी की रात को लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत के बाद एक ओर जहां सरकार सवालों के घेरे में है वही जिला प्रशासन मे हड़कंप मचा हुआ है.. ग्रामीणों का साफ-साफ कहना है कि शराब यहां मिलती है और लोग उसका सेवन भी लगातार करते हैं लेकिन प्रशासन ने ऐसी किसी भी बात पर पर्दा डाल ले अभी भी घूम रहा है..लोंगो की मौत होने के बाद परिजनों ने यह खुलकर बयान दे दिया है कि उनके परिजनों ने शराब पी है और शराब की बिक्री भी यहां होती है यह भी कहाँ है… कल की रात भी इन लोगों ने स्थानीय गांव के किनारे एक तालाब के पास बैठकर पार्टी की थी जहां इन लोगों ने शराब का सेवन किया था जिसका दुष्परिणाम सामने आने के बाद 5 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग अभी भी गंभीर अवस्था में भर्ती है लेकिन सवाल यही उठता है कि इतनी कड़ी मशक्कत और कड़ी पाबंदियों के बाद भी जिले में आखिर शराब कहाँ से आ रही है..
बक्सर जिले में जहरीली शराब से हुई मौतों के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है गांव का जायजा लेने कल पुरा सरकारी अमला पंहुचा था.. ..वही पूरे गांव में जहरिले शराब से हुई मौतों के बाद मातम का माहौल फैला हुआ है कोई भी कुछ भी कहने से बच रहा है और पुलिस वाले चप्पे-चप्पे पर नजर गड़ाए हुए हैं स्थानीय लोगों की मान तो यह स्पष्ट है कि मौत शराब पिने से हुई है.. लेकिन सवाल यह उठता है कि शराबबंदी वाले इस बिहार में शराब नहीं मिलने के बाद लोग जहरीली शराब के आगोश में जाकर मौत को गले लगा रहे हैं ऐसे में इसे रोकना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है ..