अंतरराष्ट्रीय धर्म सम्मेलन के लिऐ तैयार है बक्सर…
श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में पंहुचेंगे लाखों श्रद्धालु..
श्री भाष्कराचार्य भगवदतपाद रामानुजाचार्य सहस्त्राब्दी के अवसर पर हो रहा है धार्मिक आयोजन..
बक्सर से कपीन्द्र किशोर की रिपोर्ट..
3/3/2022
धार्मिक नगर बक्सर में अंतरराष्ट्रीय धर्म सम्मेलन सह 251 कुण्डीय श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ की तैयारियां पुरी हो चुकी है.. इस दौरान कई धार्मिक आयोजन किये जायेंगे. श्री भाष्कराचार्य भगवदतपाद रामानुजाचार्य सहस्त्राब्दी के अवसर पर हो रहे इस आयोजन की तैयारी कई महीनों से जारी है. आयोजन में देश विदेश से संत समाज के साथ ख्याति प्राप्त धर्माचार्यो के आने की सूचना है..हिस्सा लेंगें..बक्सर में अंतरराष्ट्रीय धर्म सम्मेलन 4 मार्च को जलयात्रा के साथ शुरू होगा. इस दौरान शोभा यात्रा वाले रास्ते और आयोजन स्थल पर हेलिकाप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी. 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय धर्म सम्मेलन के दौरान देश-विदेश से कई जाने-माने धार्मिक विद्वान और साधु-संत हिस्सा लेंगे. 10 मार्च को आयोजन का विधिवत समापन होगा.
गुरुदेव श्रीमदविष्वकसेनाचार्य श्रीत्रिदंडी स्वामीजी महाराज के शिष्य श्रीलक्ष्मीप्रपन्न जीयर स्वामीजी महाराज की पावन उपस्थिति में स्मृति महामहोत्सव सह 251 कुण्डीय श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ का समापन होगा. त्रिदण्डी स्वामी आश्रम पीठ के महंत एवं पूज्य जीयर स्वामी जी के शिष्य अयोध्यानाथ स्वामी ने आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बक्सर को सिद्धाश्रम भी कहा जाता है. यह कभी व्याघ्रसर के नाम से पुकारा गया तो कभी वेदगर्भा से जाना गया.अयोध्यानाथ स्वामी ने कहा कि प्रारंभिक काल से ही यह धार्मिक और आध्यात्मिक क्षेत्र रहा है. इस पर महर्षि विश्वामित्र की तपोभूमि और भगवान राम और लक्ष्मण की शिक्षा स्थली भी मानी जाती है. यह नगर आज भी उत्तरायणी गंगा के किनारे अवस्थित है. यहां बिहार ही नहीं उत्तर प्रदेश, झारखंड और नेपाल से श्रद्धालु आते हैं.