INDIA CITY LIVE 31st MAY 2021 PATNA : दरभंगा स्थित उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल डीएमसीएच में पिछले लगभग 36 घंटे के दौरान चार बच्चों की मौत हुई है, जिसमें से तीन की मौत की वजह निमोनिया बताई जा रही है वहीं एक को कोरोना महामारी ने अपना शिकार बना लिया. मरने वाले सभी बच्चे मधुबनी जिले के रहने वाले थे जिसमें से तीन एक ही परिवार के हैं.
ढाई महीने के बच्चे की मौत कोरोना से हुई है जो कोरोना पॉजिटिव होकर DMCH के शिशु विभाग में इलाज करवाने के लिए भर्ती हुआ और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. बच्चे का परिवार मधुबनी जिला का रहने वाला है. इससे पहले बच्चे की जब तबीयत बिगड़ी तो परिजनों ने मधुबनी से बच्चे को बेहतर इलाज के लिए पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया था, जहां बच्चे की तबीयत में सुधार नहीं हुआ.
मधुबनी का रहने वाला है परिवारडॉक्टरों को शक हुआ और उन्होंने बच्चे का कोविड टेस्ट करवाया, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इसके बाद बच्चे के माता-पिता ने बच्चे को DMCH में भर्ती करवाया जहां डॉक्टरों ने उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन बच्चे की मौत हो गई. इस मामले में DMCH प्रशासन ने कहा कि ढाई माह की बच्चे की मौत कोरोना से हुई है, जिसे कोविड प्रोटोकॉल के तहत परिजनों को सौंप दिया गया है. बच्चे का इलाज पटना में भी परिजन करवा रहे थे. यहां उसे बचाने का प्रयास किया गया लेकिन आखिरकार बच्चे की मौत हो गई.
शिशु रोग विभाग में तीन और सगे भाई-बहनों ने भी तोड़ा दम
इसके अलावा शिशु वार्ड में मधुबनी जिला के इटहरवा गांव निवासी रामपुनीत यादव के तीन बच्चे चंदन, पूजा व आरती की मौत भी पिछले 24 घंटे में हो गई. रामपुनीत यादव ने तीनों बच्चों को 28 मई की शाम शिशु वार्ड में भर्ती करवाया. 29 मई की देर शाम चंदन और पूजा की मौत हो गई तथा 30 मई को आरती की भी मौत हो गई. इन सभी को निमोनिया जैसे लक्षण थे. सभी को बुखार था साथ ही सांस फूलने और देह-हाथ में सूजन से भी परेशान थे.