*दोपहर में ही लगा सरकारी स्कूल पर ताला, शिक्षक भी रहे लापता*
शिक्षा विभाग की कमान जब से केके पाठक के हाथ आई है तब से रोज नए फरमान सुनने को मिलते हैं। ऐसे में ये उम्मीद की जा रही है की बिहार की शिक्षा उन्नति की ओर बढ़ेगी लेकिन ठीक इसी बीच एक नया मामला सामने आया है जहां बीच दोपहर में एक सरकारी स्कूल पर ताला लग गया है।
मामला पश्चिम चंपारण के बगहा 2 प्रखंड का है जहां के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में दिन के बीच जब बच्चों की पढ़ाई होनी चाहिए ऐसे में ताला लटका हुआ है।
न तो कोई शिक्षक और न ही छात्र ही उपस्थित हैं। अब सवाल उठ रहें है की क्यों इस मामले पर सरकार की तरफ से कोई कार्यवाही होती नही नजर आ रही।
जब हमारी बात राज्य परिषद सदस्य(जदयू) सुरेंद्र गुप्ता से हुई तब ये बात सामने आई की इस लापरवाही के लिए विद्यालय के खिलाफ पत्र लिखा जा चुका है तथा उनसे जवाब की अपेक्षा भी की जा रही परंतु अभी तक उनकी ओर से कोई भी जवाब की उम्मीद नहीं देखी जा रही।
उनका यह भी कहना है की एक कड़ी कार्यवाही की जरूरत शिक्षा विभाग को करने की जरूरत है केवल पत्र के आदान प्रदान से काम नही चलेगा।
शिक्षा का अधिकार हर मासूम बच्चे का है अधिकार है परंतु आज भी बिहार राज्य के अंदर कई ऐसे विद्यालय हैं जिनपर ध्यान देने वाला कोई नहीं है और उन्ही लोगों पर ध्यान देने की ज्यादा जरूरत है। देश का भविष्य जिन बच्चों को माना जा रहा है उन्हे जरूरी है की उचित शिक्षा और संस्कार की प्राप्ति हो।
अनन्या सहाय की रिपोर्ट।।