*गर्मी के दस्तक होते ही बढ़ने लगी मिट्टी के घड़े की मांग*

# देवघर से के•डी दास #

*गर्मी के दस्तक होते ही बढ़ने लगी मिट्टी के घड़े की मांग*

देवघर पारा चढ़ने के साथ ही गर्मी बढ़ती जा रही है। वहीं गर्मी के दस्तक देते ही देशी फ्रीज यानी मिट्टी के घड़े और सुराही आदि की मांग बढ़ गई है। पिछले दो साल से कोरोना के चलते गरीब हो या अमीर सभी के बीच ठंडे पानी के लिए मिट्टी के मटके और सुराही की मांग बढ़ गई है।

इन दिनों तापमान 38 से 39 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। ऐसे में गर्मी के मद्देनजर देशी फ्रिज की मांग काफी बढ़ गई है। प्रचंड गर्मी में कुम्हारों द्वारा कई किस्म के घड़े बाजार में बेचे जा रहे हैं। मांग के बढ़ने के साथ-साथ इनकी कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है। स्वास्थ्य के लिए इसका पानी उत्तम है,

बाजार में एक घड़े की कीमत 60 से 120 रुपये है। सुराही का भी काफी चलन है। समय बदलने के साथ कुम्हारों द्वारा मटका निर्माण में भी कई प्रयोग किए गए हैं। टोटी लगे मटके लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। गर्मी का मौसम शुरू होते ही आम आदमी को गर्मी से निजात पाने के लिए ठंडे पानी की आवश्यकता महसूस होने लगी है। गर्मी के दिनों में काफी लोग फ्रिज का पानी पीने की बजाए मटके के पानी से गला तर करना ज्यादा पसंद करते हैं और मिट्टी के घड़े का सोंधापन अलग ही सुकूद प्रदान करता है।

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