जानवरों से होती है इंसानो की कुश्ती..
कुदरत के खेल में जिस्म लहुलुहान..
अजब परंपरा के गजब तथ्य.
लोगो ने इस कुश्ती का आनन्द लेते हुए इनाम भी दिया..
बक्सर से कपीन्द्र किशोर की रिपोर्ट..
15/3/2022
विविधताओं से भरें समाज में आज कई तरह के परंपराओं को देखा जाता है…
बक्सर के रामपुर में आयोजित कासीदास के पूजा में कई तरह का खेल देखने को मिला है।लेकिन पहली बार भेड़ व पहलवान के बीच कुश्ती होते देखा गया।पूजा में श्रद्धलुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ था। इस दौरान इनामो की भी बौछार की गई।हालांकि इस कुश्ती में पहलवान का एक हाथ लहूलुहान हो गया।लेकिन उसके बाद भी दोनो की कुश्ती दर्शको के डिमांड पर चलती रही।लोगो ने पहलवान की इस उम्र में भी भेड़ के सामने खड़ा होना और भेड़ के वार को सहना लोगो के लिए आश्चर्य का विषय था।भेड़ व गुलाब पहलवान दोनो UP के मऊ जिले से इस आयोजन में पहुंचे हुए थे। गुलाब पहलवान ने इस भेड़ को खुद ट्रेंड किया हुए है।
रामपुर में सोमवार को धूमधाम से कासी दास बाबा का वार्षिक पूजा किया गया।जहां इस दौरान क्षेत्र के नामी गिरामी पहलवानों ने अपना दम खम दिखया तो वहीं मऊ से गुलाब पहलवान जिनकी उम्र 65 वर्ष की है ।वह एक घुटुर नामक भेड़ लेकर पहुंचे हुए थे।यह सूचना ग्रामीणों को पहले से ही थी कि इस बार वार्षिक पूजा में भेड की कुश्ती देखने को मिलेगी।इसलिए इस बार की पूजा में काफी भीड़ उमड़ी हुई थी। अन्य कलाकारों द्वारा अपना कर्तव्य दिखाने के बाद गुलाब पहलवान जैसे ही पहुंचे जयकारे से पूरा वातावरण गूंज उठा।जोर जोर से बाजा बजने लगा।फिर गुलाबो पहलवान व घुटुर भेड़ के बीच जबरदस्त मुकाबला होने लगा।गुलाब पहलवान भेड के सामने कभी अपना पैर तो कभी अपना हाथ कर ललकारता जिसपर भेंड़ 20 फिट पीछे हट एक तेज दौड़ लगता और पहलवान को टक्कर मरता था।जिसपर पहलवान कई फिट पीछे उड़ कर गिर जाता।इस दौरान पहलवान बाया हाथ लहूलुहान हो गया।जिसके बाद भी दर्शको की डिमांड पर कई बार लड़ता रहा।
बताया गया कि भेड़ का मालिक गुलाबो पहलवान ही है।जो इसे ऐसे आयोजन के लिए ट्रेंड किये हुए है।जो पहली बार बिहार में इस पूजा के आयोजन में पहुंचा है।वही जिले के लोग पहली बार ऐसी पहलवानी देख काफी रोमांचित हो।गुलाब पहलवान को काफी इनाम भी दिया ।लोगों ने कहा कि पहलवान से पहलवान की कुश्ती तो देखी थी लेकिन भेड से पहलवान की कुश्ती पहली बार देखने को मिली..