आई.एस.एम्. पटना में वित्त कॉन्क्लेव 2021 का आयोजन
आईएसएम पटना (17 नवंबर): इंटरनेशनल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट पटना द्वारा 17 नवंबर, 2021 को “स्थानीय परिदृश्य से परे वित्तीय सेवाओं का रूपांतरण” विषय पर वित्त कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। कॉन्क्लेव का शुभारंभ आईएसएम पटना के वीसी, श्री देवल सिंह सर एवं सचिव, श्री अमल सिंह सर ने किया। सहायक प्रो. श्री राहुल कुमार सिन्हा ने स्वागत भाषण में, सम्मेलन के मुख्य विषय को रेखांकित किया और कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के बाद वर्तमान आर्थिक परिदृश्य में उत्पादकता, उत्प्रेरणा और वित्तीय स्थिरता प्रदान करने के लिए व्यावसायिक एवं सामजिक-आर्थिक क्षेत्र के नीति-निर्धारकों को ‘हाइब्रिड दृष्टिकोण’ जैसे नवीन तरीके खोजने की आवश्यकता होगी। कॉन्क्लेव ने कोविड -19 महामारी के बाद वित्त तथा कॉर्पोरेट जगत की स्थिरता से संबंधित प्रासंगिक समकालीन विषयों पर विचारोत्तेजक चर्चाओं के लिए एक मंच प्रदान किया। इस कार्यक्रम के द्वारा दुनिया भर के कई प्रमुख बिजनेस स्कूलों और कॉर्पोरेट क्षेत्रों के प्रख्यात शिक्षाविदों, रणनीतिकारों, प्रतिनिधियों, विचारकों, उद्यमियों, पेशेवरों और शोधकर्ताओं को वास्तविक वित्तीय परिदृश्यों का विश्लेषण करने, उनके सामाजिक प्रभाव पर विचार-विमर्श करने और इसके प्रोत्साहित हेतु सार्थक चर्चा के लिए एक जुट किया गया। कॉन्क्लेव ने जिज्ञासु छात्रों, शोधकर्ताओं को इन विद्वानों के साथ बातचीत करने और उनसे विचारों से प्रेरित होने का सुनहरा अवसर प्रदान किया। विशिष्ट अतिथि, झारखंड के वाणिज्यिक कर के सेवानिवृत्त संयुक्त आयुक्त, श्री रंजन कुमार सिन्हा ने प्रतिभागियों को जीएसटी के सिद्धांतों और इसके व्यावहारिक अनुभवों तथा भारतीय अर्थव्यवस्था में इसके आर्थिक के विषय में एक विस्तृत जानकारी दी।
पूरे कार्यक्रम का आयोजन तीन पैनल चर्चा सत्रों में किया गया। श्री राहुल कुमार सिन्हा और श्री सुजय शेखर द्वारा संचालित पहला सत्र ऑफलाइन मोड में था, जिसमें मुख्य वक्ता मदर वेरोनिका एक्सीलेंस एंड इनोवेशन सेंटर, पटना महिला कॉलेज, पटना, बिहार के निदेशक डॉ. आलोक जॉन; पटना विश्वविद्यालय के पटना विमिंस कॉलेज, वाणिज्य विभाग, के विभागाध्यक्ष एवम् फैकल्टी ऑफ कॉमर्स की डीन, प्रोफेसर (डॉ.) सोफिया फातिमा; और वीकेएसयू, बिहार के अर्थशास्त्र विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर, (डॉ.) अनवर इमाम, ने कोविड-19 के बाद वर्तमान आर्थिक परिदृश्य में व्याप्त वित्तीय सेवाओं में चुनौतियों एवं अवसर पर अपने विचार प्रकट किए।
जबकि अन्य दो सत्र ऑनलाइन मोड में आयोजित किए गए। श्रीमती संयुक्ता सिकदर और श्री सुजय शेखर द्वारा संचालित दूसरे सत्र के मुख्य वक्ता सीनियर फेलो और कॉमनवेल्थ यूके के पूर्व विजिटिंग फेलो प्रोफेसर एमेरिटस, प्रोफेसर (डॉ.) हिमाचलम दशराजू; इंडोनेशिया के गोरगोल, जकार्ता के त्रिशक्ति विश्वविद्यालय के उद्योग, लघु और मध्यम उद्यम एवम् प्रतिस्पर्धा अध्ययन केंद्र के प्रो (डॉ.) टुलस टी. एच. तंबुनन; ग्लोबल कॉलेज इंटरनेशनल, बनेश्वर, काठमांडू, नेपाल के निदेशक (आईक्यूएसी) प्रो (डॉ.) देव राज पनेरू; सनवे यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल, सनवे यूनिवर्सिटी, सेलांगोर, मलेशिया के सह-अध्यक्ष-अर्ली करियर रिसर्चर्स नेटवर्क, लेखा विभाग, डॉ. खाकन नजफ; प्रबंधन अध्ययन विभाग, डीआरसी, ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय, देहरादून, उत्तराखंड के प्रो (डॉ.) एन एस बोहरा प्रोफेसर; बिजनेस फाइनेंस एंड इकोनॉमिक्स, जय नारायण व्यास (राज्य) विश्वविद्यालय, जोधपुर, राजस्थान के प्रोफेसर (डॉ.) कृष्ण अवतार गोयल प्रोफेसर ने कोविड-19 महामारी के दौरान वित्तीय सेवाओं में निहित महत्वपूर्ण पाठ के बारे में चर्चा की।
श्री सुजय शेखर और श्री राहुल कुमार सिन्हा द्वारा संचालित तीसरे सत्र में बैंकिंग, बीमा और वित्त उद्योग क्षेत्र से सम्बद्ध महान व्यक्तियों की दूरदर्शिता तथा अंतर्दृष्टि पर चर्चा की गई। इस सत्र के मुख्य वक्ता थे बॉब फाइनेंशियल सॉल्यूशंस लिमिटेड, मुंबई, महाराष्ट्र के प्रबंध निदेशक और सीईओ, श्री शैलेंद्र सिंह; बोनांजा कॉरपोरेट सॉल्यूशंस, मुंबई के निदेशक, श्री कमल बंसल और नार्नोलिया सिक्योरिटीज, मुंबई के सीएफओ और अनुसंधान प्रमुख, श्री शैलेंद्र कुमार।
कॉन्क्लेव के अंत में श्रीमती संयुक्ता सिकदर और श्री राहुल कृष्ण सिन्हा के समन्वय में, देश भर के कई कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के छात्रों और शोधकर्ताओं के द्वारा कुछ चयनित पेपर प्रस्तुत किए गए, और प्रस्तुतकर्ताओं को प्रमाण पत्र और पुरस्कारों से सम्मानित भी किया गया। कॉन्क्लेव का समापन कार्यक्रम की संयोजक और आईएसएम पटना के अर्थशास्त्र एवं वित्त विभाग की डोमेन लीडर श्रीमती शिल्पी कविता द्वारा प्रस्तावित धन्यवाद प्रस्ताव के साथ किया गया।