आईएसएम में 5वां राष्ट्रीय प्रबंधन अनुसंधान शिखर सम्मेलन (एनएमएसआरसी) 2021 का आयोजन

आईएसएम में 5वां राष्ट्रीय प्रबंधन अनुसंधान शिखर सम्मेलन (एनएमएसआरसी) 2021 का आयोजन
आईएसएम पटना (18 दिसंबर): आईएसएम में 17 और 18 दिसंबर, 2021 को प्रबंधन-वैश्विक परिप्रेक्ष्य में निरंतरता विषय पर दो दिवसीय 5 वें राष्ट्रीय प्रबंधन शिखर सम्मेलन अनुसंधान सम्मेलन (एनएमएसआरसी) 2021 का आयोजन किया किया गया। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य बुद्धिजीवियों, शिक्षाविदों, कॉर्पोरेट पेशेवरों और अनुसंधान कर्ताओं के लिए एक मंच प्रदान करना था जो COVID महामारी के बाद मानव समाज के स्थायी प्रबंधन हेतु उभरी कई चुनौतियां जैसे संगठनात्मक उत्कृष्टता के लिए नई रणनीतियां, आर्थिक और पारिस्थितिक संतुलन के बीच समन्वय, अमीर और गरीब वंचितों के बीच बढ़ता अंतर, उपभोक्तावाद एवं सतत उत्पादकता, आईटी क्षेत्र की उत्तर आधुनिक चुनौतियाँ आदि मुद्दों पर अपने नव्य सृजित विचारों का आदान-प्रदान कर सके और वैश्विक सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य को सही दिशा मिल सके।
इस सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में बिहार के विज्ञान एवं प्राद्योगिकी मंत्री माननीय श्री सुमित कुमार सिंह तथा बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के निदेशक-सह-विशेष सचिव एवं उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक श्री मनोज कुमार उपस्थित थे। इस समारोह का शुभारंभ आई एस एम के चेयरमैन श्री समरेन्द्र सर की अगुआई में दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदन से किया गया किया गया जिसमे मुख्य अतिथि के साथ-साथ संस्थान के वाइस चेयरमैन श्री देवल सिंह सर, सचिव, श्री अमल सिंह सर तथा निदेशक श्री आर के सिंह सर शामिल थे। संस्थान के निदेशक श्री आर के सिंह सर ने सभागार में उपस्थित सभी अतिथियों का भावनात्मक रूप से स्वागत किया।
उद्घाटन सत्र के बाद पूरे सम्मेलन को मानव संसाधन, वित्त, विपणन और आईटी के चार तकनीकी सत्रों में क्रमशः आयोजित किया गया, जिसमें संबंधित विषय के एक्सपर्ट चेयर परसन के रूप में, मॉडरेटर एवं रिपोर्टर और प्रस्तुतकर्ता शामिल हुए। इन सत्रों को जिसमें देश भर के प्रमुख संस्थानों के छः प्रतिष्ठित शिक्षाविदों ने कीनोट स्पीकर के रूप में ऑनलाइन संबोधित किया। शिखर सम्मेलन के प्रतिभागियों को प्रतिष्ठित मुख्य वक्ता, प्रो. (डॉ.) अरुण कुमार, सामाजिक विज्ञान संस्थान, नेल्सन मंडेला रोड, नई दिल्ली; प्रो. विजय कांत वर्मा, निदेशक, सीआरआईजी-एजीयू रवींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय भोपाल, एमपी; प्रो. नागेंद्र कुमार झा, प्राचार्य, वनिज्य महाविद्यालय, पटना विश्वविद्यालय; प्रो. अनिल गुप्ता, आईआईएम अहमदाबाद; प्रो. ऋषिकेश कुमार, सहायक प्रोफेसर, एस.बी. पाटिल प्रबंधन संस्थान, पुणे (महाराष्ट्र); प्रो अरुण कुमार सिन्हा, सेवानिवृत्त प्रो. एवं पूर्व-विभागाध्यक्ष, सांख्यिकी विभाग, पूर्व कुलपति, पटना विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तुत प्रबंधन के सतत विकास से जुड़े नवीन विचारों के विभिन्न पहलूओ को सुनने और समझने का अवसर मिला।
श्रीमती सत्या श्रीवास्तव, मानव संसाधन प्रबंधक; प्रो. (डॉ.) नवल किशोर चौधरी, पूर्व प्राचार्य, पटना कॉलेज, पटना विश्वविद्यालय; प्रो. (डॉ.) पी.के. अग्रवाल, सेवानिवृत्त प्रोफेसर, बी डी कॉलेज, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय; प्रो अभिषेक आनंद, सहायक प्रोफेसर, विभाग सीएसई, एनआईटी पटना के द्वारा चार प्रमुख तकनीकी सत्र यथा मानव संसाधन, वित्त, विपणन और आईटी की अध्यक्षता की गई।
आईएसएम के प्रतिष्ठित संकाय सदस्य, श्रीमती पूजा दुबे, श्रीमती संयुक्ता सिकदर, श्रीमती सौम्या शुक्ला और श्री राजेश्वर दयाल ने क्रमशः इन तकनीकी सत्रों का संचालन किया और इससे संबंधित रिपोर्ट भी प्रस्तुत किया। असिस्टेंट प्रोफेसर श्रीमती राज सिन्हा द्वारा ऑनलाइन सेसन का रिपोर्ट प्रस्तुत किया गया।
सम्मेलन के समापन सत्र के मुख्य अतिथि के रूप में एकेयू पटना के कुलपति, श्री सुरेंद्र प्रताप सिंह को बधाई देते हुए संस्थान अभिभूत था। समापन सत्र का संचालन वित्त विभाग की डोमैन लीडर, श्रीमती शिल्पी कविता द्वारा किया गया। पूरे कार्यक्रम का संचालन संस्थान के निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) आर के सिंह तथा एड्मिनिस्ट्रेटर श्रीमती नीरू झा के निर्देशन में इस सम्मेलन की सचिव डॉ. स्वेता के द्वारा किया गया। श्री अरिंदम रॉय, सहायक प्रोफेसर, विपणन विभाग, आईएसएम पटना द्वारा प्रस्तावित धन्यवादज्ञापन के साथ इस कार्यक्रम को समाप्त घोषित किया गया।

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