INDIA CITY LIVE DESK -आशिकी के जुनून में डॉक्टर की पत्नी खुशबू ने जिम ट्रेनर विक्रम सिंह पर सुपारी किलरों के जरिए गोलियां चलवाई थीं। आपको बता दे की उसने पुराने मित्र के जरिए कांट्रैक्ट किलरों को ढाई लाख की सुपारी दी थी। और पुलिस ने गुरुवार को इसका खुलासा करते हुए डॉक्टर व उसकी पत्नी समेत छह को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें डॉक्टर दंपती के अलावा तीन कांट्रैक्ट किलर और एक डॉक्टर की पत्नी का पुराना मित्र है। पुलिस का कहना है कि इनकी मंशा विक्रम को मौत के घाट उतारने की थी। 18 सितंबर को कांट्रैक्ट किलरों ने कदमकुआं बुद्धमूर्ति के पास जिम ट्रेनर विक्रम सिंह को पांच गोलियां मारी थीं। पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ है कि इस घटना के लिये खुशबू ने पांच साल पुराने मित्र मिहिर का सहारा लिया, जिसने उसे कांट्रैक्ट किलरों तक पहुंचाया। जांच कर रही पुलिस ने खुशबू सिंह, उसके पति और फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. राजीव सिंह, मिहिर सिंह (नासरीगंज, दानापुर) के साथ सुपारी किलर अमन कुमार शमशाद (चेरिया बरियारपुर, बेगूसराय) व आर्यन उर्फ रोहित सिंह (सोनपुर, सारण) को गिरफ्तार किया है। अपराधियों के पास से पुलिस ने दो पिस्तौल, एक मैग्जीन और आठ गोलियां बरामद की हैं।
एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बताया कि खुशबू का आरोप था कि जिम ट्रेनर उसका पीछा नहीं छोड़ रहा। वह उससे पीछा छुड़ाना चाहती थी। इसके साथ ही 60 हजार रुपये के लेन-देन को लेकर झगड़े की बात भी खुशबू ने बतायी। हालांकि रुपये के लेन-देन वाली बात पुलिस को हजम नहीं हो रही है। जिम ट्रेनर को गोली मारने के मामले में पुलिस ने सबसे पहले कांट्रैक्ट किलरों की तलाश की। सीसीटीवी कैमरे के जरिये पुलिस को अपराधियों का पता मिला। एसएसपी के मुताबिक कदमकुआं थाना इलाके के भागवतनगर स्थित किराये के मकान से शमशाद, आर्यन और अमन को पकड़ा गया। इसके बाद तीनों से पूछताछ की गयी। अपराधियों ने बताया कि उन्होंने ही जिम ट्रेनर को गोली मारी है। इसके लिये मिहिर ने उन्हें पैसे दिये थे। फ़िलहाल पुलिस ने फौरन मिहिर की तलाश की तो पता चला कि वह दिल्ली में है। इसके बाद उसके परिजनों पर दबाव डाला गया। गुरुवार की शाम साढ़े पांच बजे इंडिगो की फ्लाइट से जैसे ही मिहिर उतरा पुलिस ने उसे पकड़ लिया। मिहिर ने पुलिस को बताया कि खुशबू की पांच-छह साल पहले उससे दोस्ती थी। खुशबू ने ही उसे कहा था कि जिम ट्रेनर उसे काफी परेशान करता है। वह उससे तंग आ चुकी है। इस कारण उसकी हत्या करवाना चाहती है। मिहिर ने अपने एक रिश्तेदार सूरज को पूरी बात बतायी। फिर सूरज ने उसे कांट्रैक्ट किलर अमन से मिलवाया, जिसके बाद सब कुछ तय हुआ। इस घटना को सावन के महीने में ही अंजाम देना था। खुशबू ने पाटलिपुत्र स्थित एक्सिस बैंक के समीप मिहिर को एक लाख 85 हजार रुपये तीन बार में दिये थे। मिहिर ने रुपये को सुपारी किलर तक पहुंचा दिया था। इसके बावजूद किसी कारण घटना को अंजाम नहीं दिया गया। इसके बाद मिहिर ने किलरों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। अंत में विक्रम को गोली मारने को लेकर 18 सितंबर की तारीख मुकर्रर की गयी।