मदरसा दारुल उलूम कासमिया के तफर से उड़ीसा के बालासोर रेल हादसा में मृत लोगों को दी गई श्रद्धांजलि।

मदरसा दारुल उलूम कासमिया के तफर से उड़ीसा के बालासोर रेल हादसा में मृत लोगों को दी गई श्रद्धांजलि।

उड़ीसा के बालासोर रेल हादसों में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए मंगलवार की शाम मदरसा दारुल उलूम कासमिया, मिल्लत नगर रामपुरकेशो, जिला शिवहर के तरफ से मदरसे के परिसर में हादसे में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखकर मृतक की श्रद्धांजलि दी गई।
इस मौके पर जनाब हाफिज अब्दुल वहाब साहब ने कहा कि जो लोग नही रहे उनलोगों के लिए काफी दुख है और दुवा करता हु की उनके परिवार के लोगो को सब्र अता करे और सरकार से पूरी उम्मीद है जो लोग हादसे के शिकार हुवे है और जो जख्मी है उनको उचित मुआवजा दिया जाए।
वही समाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद अली जौहर सिद्दिकी ने कहा कि जो लोग मारे गए है उनलोगों की भरपाई तो हो नही सकती लेकिन आगे ऐसा ना हो इसपर ठोश कदम उठाने की सख्त जरूरत है और उन्होंने बताया कि उड़ीसा के बालासोर में हुए रेल हादसे में करीब 500 लोग काल का ग्रास बन गए। इस हादसे में लगभग हजारों लोग घायल भी हुए हैं। रेल हादसे में बिहार के सैकड़ों लोग हादसे में शामिल है। यह हादसा मानवीय भूल के कारण हुआ है। जिसके कारण पूरे देश में शोक की लहर है। और समस्त देशवासी दुखी है 3 गाड़ियों की आपस में भिड़ंत है इतना दर्दनाक मंजर रहा होगा। हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देना तथा उनके परिजनों की मदद करना हम सब का कर्तव्य है। सभी लोगो ने शोक प्रकट करते हुए दुर्घटना में जान गवाने वाले लोगों के आत्मा की शांति के लिए श्रद्धांजलि और घायल की जल्द स्वस्थ होने की कामना की। इस मौके पर रेहान, तौकीर ग़ालिब उजाले, अहमद साहब, इरफान, साजदा, नगमा, आसमिन, सना फिरदौस, नेमत, मैसुल, ताज, रजाउल्लाह, चाहत, तमन्ने, आरिफ, सबनम, नेहा, दरकसा, उजमा, सादिक, शाहनवाज, जोया इत्यादि बच्चो ने अपने नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की।

 

मदरसा दारुल उलूम कासमिया के तफर से उड़ीसा के बालासोर रेल हादसा में मृत लोगों को दी गई श्रद्धांजलि।