PATNA 30.06.22 –MAHARASTRA CRISIS शिवसेना के नेता Eknath Shinde की बगावत की वजह से महाविकास अघाड़ी सरकार (MVA Govt) का अंत हो गया है. उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackrey) ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. जिसके बाद प्रदेश में फडणवीस के नेतृत्व में फिर से सरकार बनने की संभावना है. महाराष्ट्र में जल्द ही बीजेपी सरकार का गठन कर सकती है. महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री रहते हुए उद्धव ठाकरे ने कई ऐसे फैसले लिए हैं जिसके लिए उन्हें जाना जाएगा. जाते-जाते उन्होंने औरंगाबाद और उस्मानाबाद के नाम बदल दिए.
महाराष्ट्र में सीएम पद से इस्तीफे से पहले उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackrey) की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में आगामी नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम किसान नेता दिवंगत डीबी पाटिल के नाम पर रखने को मंजूरी दी गई है.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि उनकी रुचि ‘संख्याबल के खेल’ में नहीं है और इसलिए वह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने वेबकास्ट पर कहा, ‘‘मैं विधान परिषद की सदस्यता से भी इस्तीफा दे रहा हूं.’’ ठाकरे ने इसके साथ ही पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे सड़क पर प्रदर्शन करने नहीं उतरें.
उद्धव ठाकरे ने यह घोषणा उनके नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार को गुरुवार को विधानसभा में बहुमत साबित करने संबंधी राज्यपाल के निर्देश पर रोक लगाने से उच्चतम न्यायालय के इनकार के कुछ मिनट बाद की. एमवीए में शिवसेना के साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस सहयोगी हैं.
अधिकतर विधायकों की बगावत का सामना कर रहे ठाकरे ने कहा कि उन्हें अपना पद छोड़ने पर कोई असफोस नहीं है. शिवसेना अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल रहे ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे बागी विधायकों को लौटने दें और उनके खिलाफ प्रदर्शन नहीं करें.
इससे पहले करीब एक सप्ताह से गुवाहाटी में डेरा डाले बागी विधायक बुधवार शाम को वहां से विशेष विमान में रवाना हुए और गोवा पहुंचे. उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘‘शिवसेना और बाला साहेब ठाकरे की वजह से राजनीतिक रूप से बढ़े बागियों को उनके (बालासाहेब) बेटे के मुख्यमंत्री पद से हटने पर खुश और संतुष्ट होने दें.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं संख्याबल के खेल में शामिल नहीं होना चाहता हूं. मैं शर्मिंदा महसूस करूंगा अगर मैं देखूंगा कि पार्टी का एक भी सहयोगी मेरे खिलाफ खड़ा है.’’
उन्होंने कहा कि मुंबई में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और शिवसैनिकों को हिरासत में लिया गया है. ठाकरे ने कहा कि कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेसत पार्टी ने बुधवार शाम को हुई मंत्रिमंडल की आखिरी बैठक में औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर करने के फैसले का विरोध नहीं किया.