कोरोना पर आस्था भारी.. लाखों ने गंगा में डुबकी मारी.. मौनी अमावस्या देश-विदेश से पहुँचे श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

कोरोना पर आस्था भारी..
लाखों ने गंगा में डुबकी मारी..

मौनी अमावस्या देश-विदेश से पहुँचे श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

मेले ने बिगाड़ा शहर का सूरते हाल..

बक्सर से कपीन्द्र किशोर की रिपोर्ट

1/2/2022

 

मंगलवार को मौनी अमावस्या यानी माघी अमावस्या पर्व के अवसर पर कोरोना और घने कोहरे के ऊपर श्रद्धालुओं की आस्था भारी पड़ी। इस लिहाजा बक्सर के विभिन्न गंगा घाटों पर तमाम प्रतिबंधों के बावजूद स्नान दान करने को लेकर देश विदेश से पहुँचे श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा । अनुमान के मुताबिक सुबह के तकरीबन 3 बजे से इस अवसर पर लगभग एक लाख से ऊपर श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई।

इस दौरान जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम देखने को मिले। बता दें कि गोलंबर चेकपोस्ट प्रभारी कमलनयन पान्डेय के नेतृत्व में पुलिस टीम के द्वारा घने कोहरे के बीच अहले सुबह से ही ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त रखने की कोशिश की जा रही थी इस दौरान गंगा स्नान को सैकड़ों गाड़ियों से पहुँचे हजारों श्रद्धालुओं को पुलिस द्वारा शहर में प्रवेश नही करने दिया गया जिससे गोलंबर के समीप गाड़ियों की लंबी कतारें लग गई। वही जो श्रद्धालु पौराणिक स्थल रामरेखाघाट पर गंगा स्नान करने नही पहुँच सके वे वीर कुँवर सिंह सेतु के निकट पुलिया गंगा घाट पर ही स्नान दान करते देखे गए।

बता दें कि मौनी अमावस्या पर गंगा स्नान को लेकर हजारों श्रद्धालु नेपाल व उत्तरी बिहार के जिलों से एक दिन पूर्व ही पहुंचकर यहां के विभिन्न लॉज व होटलों में शरण लिए हुए थे। वे सभी सूर्योदय पूर्व ब्रह्म मुहूर्त में ही उत्तरायणी गंगा के पतित पावनी जल में डुबकी लगाने शुरू कर दिए। इस दौरान स्नानार्थियों में नेपाल के विराटनगर, बीरगंज, परसा, बारा जिला समेत उत्तरप्रदेश के बलिया, गाजीपुर, मऊ, तमकुहीराज जिला तथा प्रांत के मोतिहारी, बेतिया, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, छपरा, सिवान आदि जिलों से खींचे चले आए श्रद्धालुओं के कारण सरहद का फासला भी मिटा प्रतीत हुआ। वही दूरदराज के विभिन्न जिलों से पहुंचे श्रद्धालुओं ने स्नान के बाद पात्र में यहां के अमृत तुल्य पवित्र गंगा जल भी लिए।

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