नगर परिषद के बेरुखी से दंश झेलते श्रद्धालु

बाढ़ / अजय कुमार मिश्रा की रिपोर्ट
नगर परिषद के बेरुखी से दंश
झेलते श्रद्धालु

बाढ़ उत्तर वाहिनी गंगा के तट पर स्थित सुप्रसिद्ध उमानाथ मंदिर का मुख्य मार्ग गंदे नाले के पानी से भरा पड़ा है नगर परिषद की लापरवाही के कारण सड़कों पर जल जमाव है और इसी गंदे पानी से होकर के सैकड़ो श्रद्धालु रोज मंदिर जाते हैं और भगवान की पूजा अर्चना करते हैं बता दे की बात ही नहीं बल्कि कई जिलों के लोग इस मार्ग से होकर गुजरते हैं बड़े-बड़े नेताओं और विधायक भी इसी मार्ग से होकर मंदिर में दर्शन करने आते हैं लेकिन किसी का ध्यान इस गंदे पानी की निकासी की ओर नहीं गया है चुनाव के समय नगर अध्यक्ष लोगों से वादा किया था कि चुनाव जीतने के बाद सुंदर और साफ बात बनाएंगे साल भर चुनाव जीतने के बावजूद भी आज तक की स्थिति जस की तस बनी हुई है कल की स्थानीय लोगों का कहना है कि लाखों रुपए खर्च कर नगर परिषद द्वारा नाला का निर्माण कराया गया था। उसके बावजूद भी लोगों के घरों का गंदे पानी सड़कों पर ही बहता है। स्थानीय लोग बताते हैं कि हमेशा इस सड़क पर दुर्घटनाएं होती रहती है। उसके बावजूद भी नगर परिषद मुक दर्शक बनी हुई है अब देखना होगा कि नगर परिषद कब कुंभ करनी निद्रा से जागती है और इस गंदे जल्द जमाव से लोगों को निजात दिलाते है।
बाइट कई स्थानीय

नगर परिषद के बेरुखी से दंश झेलते श्रद्धालु