पाकिस्तान के जेल में बंद है बक्सर का छवि.. विदेश मंत्रालय के पत्र पर मुफस्सिल थानें ने की जांच परिजनों में खुशी की लहर..

पाकिस्तान के जेल में बंद है बक्सर का छवि..

विदेश मंत्रालय के पत्र पर मुफस्सिल थानें ने की जांच

परिजनों में खुशी की लहर..

मृत मान कर कर दिया गया था अंतिम संस्कार.

बक्सर से कपीन्द्र किशोर

 

 

तकरीबन 12 साल पहले चौसा प्रखंड के खिलाफ़तपुर गांव से गायब एक युवक के पाकिस्तान की जेल में बंद होने की जानकारी प्राप्त हुई है, जिसके बाद युवक के स्वजनों में हर्ष का माहौल व्याप्त है. विदेश मंत्रालय से प्राप्त  इस जानकारी तथा निर्देश के बाद एसपी नीरज कुमार सिंह के द्वारा पुलिस पदाधिकारियों को खिलाफ़तपुर भेज कर सभी जानकारी प्राप्त कर रिपोर्ट बनाते हुए विदेश मंत्रालय को भेजी है. लंबे समय तक युवक के गायब रहने के पश्चात परिजनों ने उसे मृत मान कर उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया था. अब जबकि उसके पाकिस्तान के जेल में बंद होने की सूचना प्राप्त हुई है उसकी माँ तथा बड़े भाई ने यह उम्मीद जताई है कि जल्द ही उसकी घर वापसी हो जाएगी.

युवक के बड़े भाई रवि मुसहर ने बताया कि उनके गांव की अनुसूचित बस्ती में रह रहे सैकड़ों लोग मेहनत-मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते हैं. छवि भी यही काम करता था. 12 वर्ष पूर्व वह बस्ती से अचानक लापता हो गया था हालांकि, मानसिक तौर पर कुछ अस्वस्थ होने के कारण इसके पूर्व भी वह कई बार घर से भागा था लेकिन, बाद में लौटकर चला आता था. अंतिम बार जब वह घर से गायब हुआ तो फिर तकरीबन 2 साल तक कुछ का कुछ अता-पता नहीं चला. ऐसे में यह मान लिया गया कि उसकी मृत्यु हो चुकी है.

पत्नी कर चुकी है दूसरी शादी :

युवक के बड़े भाई ने बताया कि जिस समय उनका भाई गायब हुआ था उस समय उसकी उम्र तकरीबन 20 वर्ष थी. 18 वर्ष की उम्र में ही उसकी शादी हुई थी तथा की शादी उसे उसकी एक पुत्री भी थी. बाद में जब वह 2 वर्षों तक लौट कर नहीं आया तो उसकी पत्नी अनिता ने दूसरी शादी कर ली. बुधवार को जैसे ही पुलिस उनके पास विदेश मंत्रालय से मिली तस्वीर लेकर पहुंची उन्होंने तुरंत अपने भाई को पहचान लिया.

मरने से पहले बेटे को देखना चाहती है मां

छवि मुसहर की मां वृति ने अपने पुत्र की तस्वीर पहचानने के साथ ही यह उम्मीद जताई कि उनका पुत्र सरकार की मदद से जल्द ही उनके पास पहुंच जाएगा. उन्होंने कहा कि यह तो पता नहीं कि उनका बेटा कब तक वापस आएगा लेकिन, उनकी अंतिम इच्छा यही है कि वह अपने बेटे को देखने के बाद ही दुनिया को अलविदा कहे.

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