INDIA CITY LIVE DESK-इस वक़्त की खबर बक्सर की है जहां रामरेखा घाट पर अश्विन मास के प्रथम तिथि से जल अर्पण करने वालों की भीड़ जुटने शुरू हो गई है आपको बता दे की ऐसा माना जाता है कि इस मास में पितर धरती पर आते हैं जिसके चलते उनके परिजन पिंड स्वरूप उन्हें जल अर्पण करते हैं और उनकी आत्मा को शांति प्रदान करते हैं। और पितृपक्ष मेले को लेकर जहां रामरेखा घाट पर काफी संख्या में भीड़ देखी जा रही है वहीं पंडा समाज लोगों की अगुवाई में जुटा हुआ है ज्ञात हो कि बक्सर के रामरेखा घाट पर उत्तरायण गंगा के गोद में हर वर्ष लाखों लोग जल तर्पण करने पहुंचते हैं स्थानीय ब्रम्हण एवं ज्योतिषाचार्य प्रभंजन भारद्वाज बताते हैं
कि यह पूजा एक तरह का सलाना श्राद्ध है जिसमें हम पितरों की शांति के लिए तर्पण करते हैं बक्सर के रामरेखा घाट पर सुबह से ही काफी भीड़ देखी जा रही है लेकिन बावजूद इसके प्रशासन ने गोताखोर एवं सुरक्षा की व्यवस्था नहीं की है स्थानीय पुजारी अमरनाथ पांडे ने बताया कि यह तर्पण अश्विन मास के प्रथम तिथि से शुरू होकर अमावस्या तक चलता है हालाकि जिसमें पूरे देश से लोग तर्पण करने रामरेखा घाट पहुंचते हैं जिसको लेकर बक्सर का पंडा समाज और आने वाले श्रद्धालुओं को पूजा पाठ करने में मदद कर रहा है