पुरी होती अराधना.. कठीन है ये साधना मन्नतों की पुजा है चैती छठ…. अनेक तरह से पुरी की जाती है मन्नत…

पुरी होती अराधना.. कठीन है ये साधना

मन्नतों की पुजा है चैती छठ….

अनेक तरह से पुरी की जाती है मन्नत…

मनोकामना पूर्ण होने पर लोग करते है कठिन व्रत…

घाट पर होता है नृत्य…भूपरि करते पंहुचते है लोग…

बक्सर से कपीन्द्र किशोर की रिपोर्ट..
8/4/2022

छठ पूजा के बारे में तो आपने बहुत कुछ सुना होगा… सूर्योपासना का यह पर्व बिहार के लोक आस्था का पर्व माना जाता है लेकिन चैत महिने में होने वाले छठ की परिभाषा कुछ दूसरी ही नजर आती है.. यह छठ पुजा से ज्यादा मन्नत पूरी करने के त्यौहार होता है ..जहां विपदा में घिरा मानव ईश्वर पर भरोसा दिखता है और वह ईश्वर से मन्नतें मांगता है मन्नतों के पूरे होने पर लोग धूमधाम से कठिन व्रत करते हैं.. और सूर्योपासना कर उनकी आराधना करते हैं.. चैती छठ भी कुछ ऐसा ही त्यौहार है जहां ज्यादातर लोग मन्नते पूरी होने पर धूमधाम से गंगा घाटों पर पहुंचते हैं …और पूजन करते हैं वैसे तो आपने छठ पूजा कई बार कई जगह देखा होगा … जो अद्भुत ही नहीं अलौकिक है.. छठ घाटों पर मन्नते पूरी होने के बाद खुशियों के साथ बैंड बाजा के साथ नृत्य करते लोग और अजीबोगरीब तरीके से जमीन को नापते हुए घाटों तक पहुंचने की यह विधि बताती है कि आज भी लोगों में छठ पुजा के प्रति कितनी आस्था भरी हुई है बक्सर के रामरेखा घाट पर लगभग एक लाख लोग पहुंचते हैं ..जिसमें ज्यादातर संख्या वैसे लोगों की होती है जो किसी आपदा या मुश्किल से उबरें है और भगवान से मन्नतें करते हैं कि सब कुछ सही रहा तो वह श्रद्धा पूर्वक छठ व्रत करेंगे.. ऐसे ही कई दृश्य आपको बक्सर के रामरेखा घाट से दिखा रहे है जहां मन्नतें पूरी होने के बाद लोग बैंड बाजे के साथ घाटों पर नृत्य करते और खुशियां मनाते हैं देखे जा रहे हैं देखिए एक खास रिपोर्ट बक्सर से…

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